उत्तर प्रदेश इटावा के सैंफई बाल रोग विभाग द्वारा पीडियाट्रिस कोविड-19 प्रशिक्षण का आयोजन किया गया और ।

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उत्तर प्रदेश इटावा सैंफई बाल रोग विभाग द्वारा पीडियाट्रिस कोविड-19 प्रशिक्षण का आयोजन

उत्तर प्रदेश इटावा सैफई 08 जुलाई (अनिल कुमार पाण्डेय)।  उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के शिशु एवं बाल रोग विभाग द्वारा कोविड-19 इलाज हेतु दो दिवसीय पीडियाट्रिक कोविड-19 प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने किया। इस अवसर पर संयोजक कोविड-19 एवं नाॅन कोविड अस्पताल डा0 एसपी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, शिशु एवं बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 (डा0) राजेश कुमार यादव, डा0 आईके शर्मा, नोडल आफिसर कोविड-19 पीडियाट्रिक अस्पताल डा0 दिनेश कुमार, डा0 गणेश कुमार वर्मा, डा0 अस्तित्व सिंह, इंचार्ज कोविड-19 होल्डिंग एरिया अमित चैधरी, डा0 राहुल मिश्रा आदि उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में 80 मेडिकल इन्टर्न स्टूडेन्ट्स तथा नर्सिग स्टाफ को पीडियाट्रिक कोविड-19 प्रशिक्षण दिया गया।
पीडियाट्रिक कोविड-19 प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित कुल मरीजों में लगभग 12 प्रतिशत बच्चे प्रभावित हुए हैं। यदि कोविड -19 की तीसरी लहर आती है तो यह आॅकडा और भी बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय इस सम्भावित चुनौती से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर चुका है। सम्बन्धित दो दिवसीय प्रशिक्षण भी इसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा विश्वविद्यालय ने कोविड-19 की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए शासन के निर्देशानुसार अभी तक 100 बेडेड् पीआईसीयू जिसमें 50 बेड आईसीयू एवं 50 बेड एचडीयू/आईसोलेशन के तैयार कर रखे हैं।
इस सम्बन्ध में शिशु एवं बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 राजेश यादव ने बताया कि इस दो दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर बच्चों के लिए कोविड-19 की चुनौति को ध्यान में रखकर चिकित्सक, नर्सिग स्टाफ एवं अन्य हेल्थ केयर वर्कर्स को गहन प्रशिक्षण देना है ताकि बच्चों में बीमारी की गम्भीरता का आकलन समय से किया जा सके। उन्होंने बताया कि चूॅकि यह विश्वविद्यालय अपने आस-पास के लगभग 10-12 जनपदों एवं निकटवर्ती राज्यों को चिकित्सा सुविधायें प्रदान करता है ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। प्रशिक्षण में कम उम्र के बच्चों एवं किशोरों को कोविड की तीसरी लहर से बचाने के उपायों पर भी चर्चा किया गया ।
नोडल आफिसर कोविड-19 पीडियाट्रिक अस्पताल डा0 दुर्गेश कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान कोविड-19 के लक्षण एवं पोस्ट कोविड होने वाली नई गम्भीर बीमारी एमआईएससी (मल्टी सिस्टम इन्फल्मेटरी सिन्ड्रोम इन चिल्डेªन) पर विस्तार से बताया।

फोटो परिचय- 01 एवं 02 पीडियाट्रिक कोविड-19 प्रशिक्षण में बोलते कुलपति प्रो0 रमाकान्त यादव। 03- पीडियाट्रिक कोविड-19 प्रशिक्षण में भाग लेते  कुलपति प्रो0 रमाकान्त यादव एवं अन्य लोग मौजूद रहे

रामकुमार राजपूत
सह स्टेट ब्यूरो चीफ
उत्तर प्रदेश

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