उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री को बदनाम करने में लगा सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान करने वाले जो कि गरीबों का निवाला भी नहीं छोड़ रहे और खा जाते हैं उनका पूरा गेहूं और अनाज इससे मुख्यमंत्री सरकार बदनाम होती है सरकार के अच्छे कार्य करने के बाद भी सरकार को बदनामी झेलनी पड़ती है ऐसे सरकारी सस्ते गल्ले के डीलरों के कारण अभी ऐसे कई डीलर चपेट में आने वाले हैं जो कि अंगूठा लगवाने के बाद नहीं देते अनाज और गेहूं इसकी छानबीन करनी चाहिए
मेरठ राशन घोटाला में पहले भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मेरठ डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी जिसमें 300 करोड़ रुपए का राशन घोटाला हुआ था ऐसा ही घोटाला वितरण में गमन पर माधवपुरम डीलर का लाइसेंस हुआ निरस्त आपको बता दे खाद्यान्न वितरण में गमन के आरोप में माधवपुरम के राशन डीलर मुकेश शर्मा का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है दुकानों को दूसरी दुकानें के संवृत कर दिया गया है जिला पूर्ति अधिकारी की निलंबन रिपोर्ट के अनुसार डीलर मुकेश कुमार ई पोस मशीन पर अंगूठा लगवा हां कार्ड धारको से कहता था कि राशन बाद में दिया जाएगा लेकिन बाद में राशन न आने का बहाना करके वितरण नहीं करता था उसमें भी घट तो ली होती थी यह मामला पकड़ में तब आया जब शिकायत पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी पशु पतिदेव व पूर्ति निरीक्षक रविंद्र कुमार ने छापेमारी की गरीबों को भी नहीं छोड़ रहे राशन डीलर नेतागिरी के कारण इनको मिल जाती हैं एक आदमी को कई राशन डीलरशिप एजेंसी पकड़ा गया हूं गेहूं 278 किलो पाया गया और 162 किलो चावल मिला जब इसकी शिकायत हुई फोन पर डीएसओ से बात करी गई हमारे संवाददाता ने तो उन्होंने बताया कि जांच चल रही है और इसी कारण 31 मई को इसका लाइसेंस निरस्त कर दिया गया जो मोहल्ले वासी जनता इस एजेंसी के समृद्ध संबंधित में आती है अब उनको केवीएस से संबंधित कार्ड धारकों को ला इंदिरापुरम में भूपेंद्र कुमार की दुकान से मिलेगा अनाज इस कोरोना महामारी में भी नहीं बाहर जा रहे सस्ते गल्ले के डीलर गरीबों का अनाज भी खा गए
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट