भोलेनाथ मंदिर की समरसेबल का बोरवेल खराब होने पर मंदिर के आसपास लगे हरे सैकड़ों पेड़ बिना पानी के सूखकर मुरझा गए
आश्रम पर जो भी श्रद्धालु आता है बिना पानी के निराश होकर चला जाता है और मंदिर पर पीने के पानी के लिए कोई नहीं है व्यवस्था
ग्राम प्रधान से कई बार अवगत कराने के बावजूद प्रधान ने की अनसुन
उत्तर प्रदेश जनपद आगरा के थाना डौकी क्षेत्र के विकासखंड फतेहाबाद के ग्राम पंचायत पैतीखेड़ा मैं बालाजी व केला देवी मंदिर पर 20 वर्ष पहले सत्यम शिवम सुंदरम के नाम से मंदिर पर करीबन 700 पौधों का वृक्षारोपण कराया गया था और 20 वर्ष पहले पुरानी समरसेबल का बोरवेल कराया गया था जिसमें करीब 5 वर्ष पूर्व बोरवेल में खराबी आने के कारण समरसेबल सहित बोरवेल खराब हो गया और मंदिर पर पीने के पानी की व्यवस्था व पेड़ पौधों की सिंचाई व्यवस्था फेल हो गई है।और वही मंदिर का निर्माण वीरेंद्र पुत्र सीताराम ने कराया था वही वीरेंद्र ने बताया है कि बोरवेल फेल होने से मंदिर पर लगे सैकड़ों पेड़ सूखने के कगार पर हैं और आसपास के पड़ोसी ट्यूबल वालों सिंचाई के लिए गुहार लगाई लेकिन उन्होंने भी साफ मना कर दिया है इसी के तहत ग्राम पंचायत प्रधान को भी अवगत कराने के बावजूद भी मंदिर पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है और इस मंदिर पर जो भी श्रद्धालु यहां पर पूजा अर्चना करने के लिए आता है बिना पानी के निराश होकर चला जाता है और तमाम साधु संत मंदिर पर आते हैं बिना पानी की व्यवस्था को देखकर सभी वापस चले जाते हैं अब देखना यह होगा कि इस मंदिर की पीने की पानी की व्यवस्था व पेड़ों की सिंचाई के लिए व्यवस्था शासन प्रशासन क्या इस बात को अपने संज्ञान में लेता है या नहीं या फिर बिना पानी के मंदिर पर लगे सैकड़ों पेड़ ऐसे ही सूख जाएंगे।
प्रधान सम्पादिका गुड़िया