उत्तर प्रदेश ज.मेरठ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृजलाल ने गिनाई भाजपा की उपलब्धियां बोले प्रदेश में माफिया मुक्त राज पहले की सरकार और ।
उत्तर प्रदेश ज.मेरठ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृजलाल ने गिनाई भाजपा की उपलब्धियां बोले प्रदेश में माफिया मुक्त राज पहले की सरकार अपराधी पालथी थी उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी एवं राज्यसभा सांसद डॉ बृजलाल सिंह ने पूर्व की सरकारों पर तीखा प्रहार किया भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन में उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में अपराधी माफिया दहशत में है और प्रदेश दंगा मुक्त है 3 जुलाई 1993 में मैं मेरठ का एसएसपी बना तो एक डॉक्टर की बेटी का अपहरण हो गया था चिकित्सकों के विरोध प्रदर्शन से मेरा स्वागत हुआ 26 घंटे ऑपरेशन चलाकर उसे बरामद किया उस समय अपहरण एक प्रकार का उद्योग हुआ करता था पहले की सरकारी अपराधी पालथी थी रंगदारी हुआ करती थी बदमाशों के साथ गुर्गे भी वसूली करते थे अब उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल गई है गढ़ रोड स्थित एक बैंक कटहल में पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपराधियों की संपत्ति जप्त की और बुलडोजर चलवा दिया समाजवादी सरकार में तमाम माफिया थे जो माननीय बन गए इन्हें कवज मिल गया और उस समय पुलिस का भी अपराधीकरण हो गया था पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तो अपराधियों के 14 मुकदमे वापस भी ले लिए इस पर कोर्ट ने दखल दिया तो वह मुकदमे वापस नहीं ले पाए मुजफ्फरनगर में दंगे हुए और सफई में वह डांस देख रहे थे कांग्रेश और सपा पर निशाना उन्होंने साधा और कहा प्रदेश में भाजपा की सरकार में अपराधी माफिया दहशत में है और दंगा मुक्त प्रदेश का माहौल है प्रदेश में 3300500 करोड़ का निवेश तरक्की का प्रतीक है मेरठ मेरी कर्म स्थली है यहां 2 साल 10 दिन का कार्यकाल मेरा एसएसपी बतौर रहा मेरठ के लोगों की खासियत है कि वह सीट पर रहने के बाद भी याद रखते हैं होली दिवाली पर अनेक लोग मुझे आज भी याद रखते हैं डेन गैलेक्सी के डायरेक्टर रोमी शिव ने सांसद का स्वागत किया पूर्व राज्य मंत्री सुनील भराला सुभारती विश्वविद्यालय के डॉ अतुल कृष्ण एवं आरएसएस के महानगर संचालक विनोद भारतीय सुनील वाघवा, तनुज सिरोही, डॉक्टर संजय गुप्ता मदन शर्मा एडवोकेट, प्रदीप संजीव प्रधान ,नवीन अरोड़ा अजय नटराज, अरुण वशिष्ठ एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज आदि मौजूद रहे सह संपादक सुशील रस्तोगी