उत्तर प्रदेश ज. ललितपुर में आज स्वस्थ्य जीवनशैली के लिए दिनचर्या में शामिल करें मिलेट्स : डीएम खाद्य सुरक्षा विभाग ने लगाया मिलेट्स मेला, बताये मोटे अनाज के फायदे

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उत्तर प्रदेश ज. ललितपुर में आज स्वस्थ्य जीवनशैली के लिए दिनचर्या में शामिल करें मिलेट्स : डीएम
खाद्य सुरक्षा विभाग ने लगाया मिलेट्स मेला, बताये मोटे अनाज के फायद
मिलेट्स से बने व्यंजनों का लोगों ने चखा स्वाद
डीएम ने कृषि अधिकारियों को मोटे अनाज की खेती के लिये किसानों को प्रेरित करने के दिये निर्देश
होटल व ढाबों पर भी आवश्यक रूप से उपलब्ध हो मिलेट्स व्यंजन
ललितपुर : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी मोटे अनाज के प्रचार-प्रसार सहित उसे उपयोग में लाने की पहल शुरू कर दी गई है। शासन के निर्देश पर प्रशासन द्वारा मिलेट्स मेले आयोजित कर लोगों को मोटे अनाज के उपयोग के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद ललितपुर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा ‘ईट राइट-मिलेट्स मेले’ का आयोजन किया गया। मेले में लोगों को मोटे अनाज के फायदे व उनसे होने वाले लाभ के सम्बन्ध में जानकारियाँ दी गईं और उनसे बने व्यंजनों के स्वाद लोगों को चखाए गए।
रविवार को शहर के राजकीय बालिका इण्टर कॉलिज में आयोजित मिलेट्स मेले का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आलोक सिंह ने फीता काटकर व माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। इसके उपरांत सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय विनय कुमार अग्रवाल ने जिलाधिकारी सहित अन्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कॉलिज की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मेले में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार मोटे अनाज को मुख्यधारा में लाने के लिये प्रयासरत है। पहले के लोग मोटे अनाज से बने व्यंजनों का सेवन करते थे, जिससे वह निरोगी रहते थे। आज की पीढ़ी मिलेट्स को छोड़ अन्य खाद पदार्थों का सेवन कर रही है। जिससे लोगों में शुगर व बीपी जैसी बीमारियाँ हो रहीं हैं। मिलेट्स व्यंजन स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद होते हैं, मोटे अनाज से तैयार व्यंजनों को अपनी जीवन शैली में शामिल करें। इससे कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है और कई प्रकार के पोषक शरीर को मिलते हैं। उन्होंने किसानों को भी मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने की बात कही। कहा कि बुन्देलखण्ड की जलवायु में मोटे अनाज उगाना बहुद आसान है। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देशित करते हुये जिले में मोटे अनाज की खेती कराने को लेकर किसानों को जागरूक करने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय को भी निर्देशित किया और कहा जनपद में जो भी होटल, ढाबे व मिठाई की दुकानें हैं, उन पर आवश्यक रूप से मिलेट्स से बने व्यंजन उपलब्ध होने चाहिये। इसके उपरांत सहायक आयुक्त ने मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, राजगिरा, कोदो, प्रोसो, रागी जैसे स्वास्थ्यवर्धक और पर्यावरण मित्र प्रकृति के बारे में लोगों को जागरूक किया। कहा कि मिलेट्स की अधिकांश फसलें भारतीय मूल की ही हैं, जो सामान्य रूप से पोषक अनाज के रूप में जानी जाती हैं। मोटे अनाज की पौष्टिकता को देखते हुये ही खान-पान की आदतों को बढ़ावा देने के लिये वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है। इनके अलावा अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। तत्पश्चात मेले में खाद्य विभाग द्वारा मोटे अनाज से बने मिलेट्स बिस्कुट, मिलेट्स मिठाई, राजगिरा का लड्डू, रागी डोसा, बाजरा की खिचड़ी, ज्वार बाजरा की पकौड़ी व रोटी आदि के स्टॉल लगाए गए थे, जिनका जिलाधिकारी ने अवलोकन किया और विभिन्न जानकारियाँ ली। मेले में आये लोगों ने स्टॉलों पर मिलट्स से बने व्यंजनों का स्वाद चखा और मिलेट्स का उपयोग करने की बात कही। कार्यक्रम में रंगोली व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कॉलिज की छात्राओं ने हिस्सा लिया और शानदार प्रदर्शन किया। विजयी छात्राओं को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र व पुरूस्कार भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उप-जिलाधिकारी विश्वेश्वर सिंह तहसीलदार अखिलेश गुप्ता, सहायक आयुक्त खाद्य झाँसी मण्डल झाँसी हरिमोहन श्रीवास्तव, जिला हौम्योपैथिक अधिकारी डॉ.प्रदीप त्यागी, जिला आबकारी अधिकारी विजय सिद्धांत, कृषि उप-निदेशक संतोष कुमार सविता, जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार, नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.राकेश नारायण द्विवेदी, असिस्टेण्ट प्रो.डॉ. सुभाष जैन, राजकीय बालिका इण्टर कॉलिज की प्राचार्य पूनम मलिक, डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ.सौरभ सक्सेना, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रशांत मलैया, खाद्य सुरक्षा अधिकारी विजय कुमार श्रीवास, अरविन्द साहू सहित कॉलिज की छात्रायें मौजूद रहीं और ।
आर सी साहू गुड़िया सम्पादक

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