उत्तर प्रदेश ज.हरदोई में कमीशन के लालच में आशा बहू ने प्रसूता को मौत के मुहं में झोंक दिया
हरदोई कोतवाली शहर के राधा नगर स्थित मयूर हॉस्पिटल के नित नए कारनामे सामने आ रहे हैं। इनके लिए इंसानी जीवन की कीमत कोई मायने नहीं रखती है। पैसों के लिए यहां आशा बहुएं रोगियों/प्रसूता के तीमारदारों को बहला फुसलाकर मयूर हॉस्पिटल में ले आती है, जिसके एवज में इन्हें हॉस्पिटल के द्वारा मोटा कमीशन दिया जाता है, इसके बाद शुरू होता है हॉस्पिटल का कारनामा।
शहर में 25 से अधिक मनकविहीन व अवैध अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से संचालित किए जा रहे हैं। इन अवैध अस्पतालों में जिन चिकित्सकों के बड़े-बड़े बोर्ड लगे हैं वह चिकित्सक कभी भी अस्पताल में दिखाई नहीं पड़ते। यही वजह है कि अप्रशिक्षित लोगों के द्वारा इलाज और डिलीवरी के दौरान लोगों को जिंदगी से हाथ धोना पड़ता है। 10 अप्रैल की रात हुई एक महिला की मौत पर पर बरपे हंगामे के बाद आशा बहू को भी मोहल्ला वालों ने खूब खरी-खोटी सुनाई। चूंकि आशा बहू द्वारा प्रसूता को जिला महिला अस्पताल से बरगलाकर मयूर हॉस्पिटल लाया गया था। जहां लापरवाही से उसकी मौत हो गयी। मौके पर पहुंची पुलिस की कार्यशैली पर भी मोहल्ले वासी प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।
यही नहीं यदि समय रहते जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो वहां पर कभी भी कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है। मोहल्ले वालों के आक्रोश से समझा जा सकता है कि यहां पर कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। कई मोहल्ले वालों ने तो नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस मयूर हॉस्पिटल को पुलिस का पूरा श्रेय मिला हुआ है, हालांकि यह जांच का विषय है। मोहल्ले वाले तो यह भी बताते हैं कि इस अस्पताल का पार्टनर एक खाकीधारी है। बहरहाल सिस्टम की लापरवाही से लगातार बेमौत मारी जा रही प्रसूताओं के प्रति सीएमओ भी उदासीन है।
सुयश दीक्षित
सह सम्पादक
न्याय सारथी / ललित अपराध