उत्तर प्रदेश नोएडा एक बड़ी खबर सामने आ रही है
नोएडा के सुपरटेक के दो अवैध टू वन टावरों को 28 अगस्त को जमींदोज कर दिया जाएगा 70 करोड़ की लागत से बन इन इमारतों को 12 सेकंड में मलबे में जमीन में मिला दिया जाएगा टावरों को गिराने के लिए 3700 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग किया जाएगा जबकि इनकी लागत और इन को ध्वस्त करने में करीब ₹200000000 का खर्च आएगा क्योंकि इसमें बहुत अधिक विस्फोटक जनशक्ति और उपकरण की आवश्यकता है नोएडा के प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने प्राधिकरण की तरफ से पूरी तैयारी कर ली है आपको बता दें गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की करीब 20 मिनट में उन्होंने सीएम क टावर और उसको गिराने की सुरक्षा तकनीक के बारे में बताया मुंबई के सीए गंगाराम लोको माल चंद्रावली ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी उन्होंने कहा कि दोनों टावर को गिराने से मैट्रियल और रिसोर्सेज की बर्बादी होगी तमाम लोग बेघर हो जाएंगे इसको अस्पताल बना देना चाहिए आपको बता दें कि क्यों गिराया जा रहा है इन टावरों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन टावरों को गिराने की कार्रवाई की जा रही है आपको बता दें इन टावरों को निर्माण शर्तों का उल्लंघन कर खड़ा किया गया था नोएडा सेक्टर 93 स्थित 40 मंजिलाt1 का निर्माण 2009 में हुआ था सुपरटेक के दोनों टावरों में 950 से ज्यादा फ्लैट्स बनाए जाने थे हालांकि बिल्डिंग के प्लान में बदलाव करने का आरोप लगाते हुए कई बार खरीदार 2012 में इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए थे इसमें 633 लोगों ने फ्लैट बुक कराए थे जिनमें से 248 रिफंड ले चुके हैं और 133 दूसरे प्रोजेक्ट में शिफ्ट हो गए लेकिन सोचने की बात यह है कि 252 ने अभी निवेश कर रखा है 2009 में किसकी सरकार थी कैसे यह भ्रष्टाचार का टावर तैयार हुआ यह भी एक सोचने का विषय अगर जो ऐसे ही अवैध निर्माण किसी भी जिले में प्रदेश के बनते रहे तो आम जनता का क्या होगा राजस्व वसूली का क्या होगा और कैसे प्रदेश उत्तम प्रदेश बनेगा
सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट