उत्तर प्रदेश मेरठ जनपद में एक कथा कथित रूपसे गुन्डा टैक्स बसुली करता चला आ रहा है जिसका नाम रमेश सोनी है और इसके सहयोगी कुछ लोग है जो उनकी दम पर विज्ञापन के नाम से उगाई करता है और अगर जो उसको रुपए ना देंने मे अस्मर्थ होते है तो यहव इसके सहयोगी लोग पुलिस से व कुछ सरकारी कर्मचारियों से मिलकर दुकानदारों को फर्जी तरिको से फर्जी कानूनी कार्यवाही करने के लिए आजाते है और कानून का भय दिखाकर कर के अच्छी खासी मोटी रकम एठने में लगे रहते है और यह सभी कि मिली भगत के चलते सभी दुकानदार लोग बहुत परेशानियों का सामना करते चले आरहे है और तो ओर यह रमेश सोनी व इसके सहयोगियों के द्वारा अपराधियों से हमला करवा दिये जाते है और यह स्वयं ही करदेते है कभी कभी और जब कोई दुकानदार य सभ्रांत लोग थाने जाके पुलिस को प्रथंम सूचना लिखने पहुचते है तो पुलिस पीडितो कि एक भी नही सुनती है और उलटा पुलिसकर्मियों के द्वारा कानून का भैय दिखाकर भाग जाने को कहते है और सीधे साधे लोग डर कर भागते नजर आते है और यह रमेश सोनी व इसके साथियों कि चाँदी कटती चली आरही है और इन लोगो कि लालच बड़ती चली ज रही के चक्कर में बरीष्ठ पत्रकार एवं व्यपारी मिठाई की दुकान पर बैठे थे और यह कथाकथित रमेश सोनी दुकान पर आया और मिठाईयां तोलवा कर लेकर चल दिया तब नौकर ने रुपया मागे तो रमेश सोनी व इसके साथ में दो लोग थे वह सहित सभी लोग एक राह होकर वोले के हम लोगो को नही जानते हो अगर मेरठ में दुकान चलाना है तो हमलोगों से पंगा मत लेना बरना तेरी दुकान में ताला लगवा कर सील करवा देगे और फिर तुझे बदमाशों से लुटवाते हूए जानसे खत्म करा देगे और तुम लोग हम लोगो का बाल बांका भी नही कर पाओगे पुलिस हमारे इसारो पर चलती है और जब पुनः सुशील रस्तोगी ने रुपया मागे मिठाईयो के तो यह लोग मार पीट पर आमादा हो गये और जब सुशील रस्तोगी सबंधित थाना बृह्मपुरी पहचे तो शिकायत दर्ज कराने तो वह सभी अपराधी गड़ थाने में कुर्सियों पर बैठे थे और जब सुशील रस्तोगी व्यपारी एवं सह सम्पादक के अपनी आप बीती बताइ तो पुलिस ने उलटा ही समझाने लगे और जबकि पुलिस को पीडित की सुनना चाहिए थी पर एक नही सुनी और उलटा सह सम्पादक व व्यपारी को हरजन एक्ट और कई संगीन धाराओं का भैय दिखाने लगे और लुटे पिटे पत्रकार व व्यपारी को थाने से भगा दिया गया और कोईभी कानूनी कार्यवाही नहीं कि गयी थी और आज दिनांक तक कोईभी कानूनी कार्यवाही नहीं कि गयी है और जो कथाकथित लोगो द्वारा कही गयी बाते सत्य नजर आगयी है यह देखिये गुन्डौ का बोलवाला और व्यपारियो व पत्रकारों का कर रहे है यह अपराधी जीना हराम और इन अपराधियों का साथ दे रहे है कुछ कथाकथित समाचार पत्र का सम्पादक बताता है वह की दम पर यह खेल चल रहा है और व्यपारियो के साथ लूटपाट कर रहै अपराधियों का साथ देरहा है यह सम्पादक जब कि जो यह लुटेरों को यह संपादक ही पाले हुए है और अगर कोई व्यपारी पैसे रुपया नही देने मे सक्षम नहीं होते है तो यह लोग दुकानदारों से जबरन ही विज्ञापन के नाम पर मोटी रकम बसुली करते है जबकि दुकानदारों के द्वारा बताया गया है के हम लोग कोई भी विज्ञापन नही लगवाते है और तबभी यह लोग हम लोगो को ब्लैक मेल किया जा रहा है और हम लोगो कि कोईभी शिकायतो पर कानूनी कार्यवाही नहीं होती हैं यह है सत्य व्यपारियो कि कहानी और फर्जी तरीके से जो यह कथाकथित समाचार पत्र के सम्पादक के जो गुर्गो के द्वारा शहर में लूटपाट की जारही है यह सरा सर घोर निदयनीय है और जिला प्रसाशनिक अधिकारियों द्वारा कोईभी सुनवाई नहीं हो रही है पीडितो की जिसके चलते इन कथाकथित फर्जी लोगो के मनोवल बड़ाऐ जा रहे है देखना यह है के जिला प्रशासन इन अपराधों का कबतक साथ देते है और एक न एक दिन यह लोग कोई बड़ी घटना घटित होजायगी और फिर पुलिस कहेगी मुझे तो पता ही नही था इसी तरह चल रहा है पुलिस और अपराधियों का ताल मेल ।
आर सी साहू सम्पादक