उत्तर प्रदेश ललितपुर डीएम ने कहा नियमित काम न करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर होगी कार्यवाही डीएम पोषण समिति की बैठक में डीएम ने अधिकारियों ने हड़काया सभी को और ।
उत्तर प्रदेश ललितपुर डीएम ने कहा नियमित काम न करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर होगी कार्यवाही : डीएम पोषण समिति की बैठक में डीएम ने अधिकारियों के कसे पेंच
ललितपुर। जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि आंगनबाडी केन्द्रों को कोविड-19 प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुये नियमित रूप से खोला जाये तथा निदेशालय द्वारा जारी गतिविधि कैलेण्डर के अनुसार गतिविधियां आयेाजित की जाये। विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कर लाभार्थियों को लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिये गये। नियमित रूप से कार्य न करने वाली आंगनबाडी कार्यकत्रियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। केन्द्र पर 0 से 05 वर्ष के पंजीकृत समस्त बच्चों का वजन कर सैम/मैम बच्चों का चिन्हांकन किया जाये तथा उनका पोषण पुनर्वास केन्द्रों पर संन्दर्भन के साथ-साथ स्वास्थ्य प्रबन्धन भी किया जाये। पोषण पुनर्वास केन्द्रों से डिस्चार्ज किये गये बच्चों का नियमित अनुश्रवण सम्बन्धित आंगनबाडी कार्यकत्री/एएनएम/आशा द्वारा किया जाये। मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड (एमसीपी कार्ड) पूर्ण रूप से भरे जाने के निर्देश दिये गये। वीएचएसएनडी के प्रभावी आयोजन हेतु अधिकारी नामित कराने के निर्देश दिये गये। नये चिन्हिंत सैम/मैम बच्चों के परिवारों का जॉब कार्ड एवं राशनकार्ड बनवाये जाने के निर्देश दिये गये है। एसआरएलएम विभाग द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों को आंगनबाडी केन्द्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को केन्द्र से राशन ले जाने हेतु बैग/थैला उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये। स्वयं सहायता समूहों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों पर पंजीकृत समस्त लाभार्थियों को ड्राई राशन एवं दुग्ध उत्पादों के वितरण करने के निर्देश दिये गये। परियोजनावार मॉडल आंगनबाडी केन्द्र तैयार कराये जाने के निर्देश दिये गये है। पंचायती राज विभाग को कायाकल्प योजनान्तर्गत आंगनबाडी केन्द्रों के अपग्रेडेशन हेतु तथा आंगनबाडी केन्द्रों पर पंचायती राज विभाग द्वारा निर्मित/मरम्मत कराये गये शौचालयों की सूची जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिये गये। वित्तीय वर्ष 2018-19 में निर्मित आंगनबाडी केन्द्र भवनों की गुणवत्ता जांच एवं सम्बन्धित भवनों को हैण्डओवर कराने के निर्देश दिये गये है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में निर्मित हो रहे आंगनबाडी केन्द्र भवनों का निर्माण कार्य फरवरी 2021 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये। वित्तीय वर्ष 2018-19 एवं 2019-20 में आंगनबाडी केन्द्रों पर ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग द्वारा निर्मित/मरम्मत किये गये शौचालयों का कार्यपूर्ति विवरण एवं उपभोग प्रमाण-पत्र जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय को एक सप्ताह के अन्दर प्रेषित करने के निर्देश दिये गये। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 217 आंगनबाडी केन्द्र भवनों का शत प्रतिशत बाह्य विद्युत संयोजन हेतु अधिशाषी अभियन्ता विद्युत को निर्देश दिये गये। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।