नई दिल्ली दिल्ली में एक सिपाही की नौकरी करने वाला राकेश टिकैत 500 करोड़ की अपार संपत्ति का मालिक कैसे बन गया कोरोना काल में हिंदुस्तान का चौकीदार से लेकर उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता की तत्पर सेवा में लगे हुए हैं कि किसी कारण यह महामारी खत्म हो जाए लेकिन राकेश टिकैत अपने साथ धरने पर बिठाकर और किसानों को भी गुमराह कर रहे हैं सब कुछ मिलने के बाद किसानों का धरना सरासर गलत है यह मेरठ की जनता का कहना है दूसरी ओर मेरठ का व्यापारी इतना टैक्स देने के बाद भी कभी धरना प्रदर्शन इस तरह का नहीं करता आपको अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन इस तरीके से सड़क पर बैठकर धरना नहीं देना चाहिए क्योंकि किसी की मय्यत भी जाती है हॉस्पिटल की एंबुलेंस भी जाती है बीमार लोग भी जाते हैं जिसके कारण बहुत परेशानी होती है दूसरी ओर जो बॉर्डर पर हमारे जवान लगे हैं जरा उनको देखो वह कितने बखूबी से अपने प्राण त्याग देते हैं दुश्मन को जवाब देते देते शर्म आनी चाहिए धरना देने वालों को और सरकार को यह कानून पास कर देना चाहिए कि कोई भी धरना ना दे सड़कों पर जिसको धरना देना है वह कलेक्ट्रेट में दे या कमिश्नरी पर करें धरना प्रदर्शन सड़कों का जाम नहीं होना चाहिए सड़कों पर धरना नहीं होना चाहिए ऐसा ही नजारा मेरठ के जांबाज शहीद कैप्टन श्रेयांश कश्यप ने दुश्मनों को जवाब देते देते शहीद हो गए बचपन से ही था सेना में जाने का इरादा स्कूल की पढ़ाई से आई एम ए तक रहे टॉपर गाजियाबाद का आईटी कॉलेज से की थी इंजीनियरिंग और बड़े अरमान से कहते थे कि बहन की शादी के अरमान थे लेकिन अब कौन विदा करेगा करेगा माता और बहन बिलक बिलक कर रो रही थी मूल रूप से बनारस में बीएचयू के पास टिकरी गांव निवासी शिव गोविंद सिंह जय परिवार के थे कैप्टन शहीद बड़े बेटे ऐसी जवान बेटों को हिंदुस्तान की जनता सेल्यूट मारती है और कहती है हर परिवार में एक ऐसा बेटा जन्म ले ललितपुर लाइव न्यूज़ चैनल से ईश्वर इनके परिवार को इस दुख मैं ईश्वर शक्ति दे
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट