अनुदेशकों ने ट्विटर पर छेड़ा नियमित करने का अभियान —–
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ला ने जानकारी दी है कि आज के इस महंगाई के दौर में अनुदेशकों के मानदेय रुपए 8470 से घटाकर रुपए 7000 कर दिया गया जबकि केंद्र सरकार द्वारा अनुदेशकों का मानदेय रुपए 17000 भारत सरकार के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड द्वारा पास किया जा चुका है जो कि राज्य सरकार द्वारा अभी तक नहीं दिया गया साथ ही साथ बेसिक शिक्षा विभाग में अनुदेशक वर्ष 2013 से कार्यरत है। प्रदेश अध्यक्ष ने अनुदेशक पदों को स्थाई करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के टि्वटर हैंडल पर अभियान चलाकर अनुदेशकों के पदों पर स्थाई करते हुए उन्हें प्रशिक्षित वेतनमान देने की मांग को लेकर ट्विटर पर यह अभियान छेड़ा गया है। यह ट्विटर अभियान आगामी 6 माह तक लगातार चलेगा जब तक हम अनुदेशकों की मांग पर सरकार विचार नहीं करती तब तक यह ट्विटर पर जारी रहेगा।
इसके साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु वर्मा ने कहा है कि पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान जिन अनुदेशकों का निधन को कोविड-19 के कारण हुआ है उनके परिजनों को सरकारी नौकरी के साथ-साथ सम्मानजनक अनुग्रह राशि दी जाए। हिमांशु वर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोविड – 19 से जान गंवाने वाले कई ऐसे अनुदेशक है जिनका भरण पोषण इसी नौकरी से चलता था। अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के अनुदेशकों ने ट्विटर पर अभियान चला रखा है।