इटावा चकरनगर तेंदुआ बीमारी की हालत में जंगल मे घूमता रहा,फिर हो गयी उसकी मौत।
उत्तर प्रदेश इटावा चकरनगर तहसील के अंतर्गत पसिया-पांडरी बीहड़ (खेड़ा जंगल) में क्वारी नदी के किनारे तेंदुआ मृत पाए जाने की खबर से विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए शव/मृत शरीर को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार भारतीय तेंदुआ जिसका वैज्ञानिक नाम “पैंथेरा पार्डस फुस्का” है वनो को हो रही क्षति में इसके पर्यावास क्षेत्र सिकुड़ रहे हैं जिससे यह जंगलों में अपने गहरे सांस्कृतिक व प्राकृतिक महत्व के बावजूद एक असुरक्षित प्राणी बन गया है। जंगल के खारों से छन छन कर मिली खबरों के अनुसार यह मृतक तेंदुआ करीब 2 दिन से जंगल में कुछ बीमारी के तहत परेशानी हालत में देखा गया था लेकिन इसकी खबर विभागीय अधिकारियों तक नहीं पहुंच सकी और यह तेंदुआ अकाल काल के गाल में समाहित हो गया। यह खेड़ा जंगल जो मुख्य बिंदु से 9 किलोमीटर जंगल में स्थित है जहां पर यह तेंदुआ मृत अवस्था में पाया गया विभाग को सूचना मिलते ही अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक डेड बॉडी एमपी-यूपी की सीमा के पास ही मिली बताया जाता है कि करीब 15 मीटर एमपी की सरहद दूर थी वर्ना यह विवाद की घड़ी भी बन सकता था कि पोस्टमार्टम यू पी कराए या एम पी कराए।
रामकुमार राजपूत
सह स्टेट ब्यूरो चीफ
उत्तर प्रदेश