जीवनदायिनी स्वास्थ विभाग 108 व् 102 एवं ALS कर्मचारियों का GVK EMRI कम्पनी ने किया जमकर शोषण
प्रदेश की सरकार में बैठे मठाधीशो की बजह से GVK EMRI कम्पनी ने प्रदेश में चल रही जीवनदायनी एम्बुलेश स्वास्थ सेवा में कर्मचारियों का कीड़े मकूड़ों की तरह कर रही है शोषण प्रदेश की GVK कम्पनी सबसे बड़ी फ़्रॉड बन गई है समस्त एम्बुलेंस 108 व् 102 और ALS के कर्मचारियों ने कोरोना महामारी में जी जान से मेहनत कर जन मानस की सेवा कर रहे है लेकिन सेवा प्रदाता कम्पनी GVK -EMRI से सरकार से हुए अनुबंध शर्तों का पूरी तरीके से पालन नही किया कम्पनी आठ घण्टे का भी न्यूनतम वेतन नही दे रही है 12 घण्टे की मजदूरी यानि 4 घण्टे का ओवरटाइम भी नियमानुसार मजदूरी नही दे रही है कम्पनी से पूरी तरह एम्बुलेंस कर्मचारियों को भृमित कर ई इस आई और ई पी एफ का करोड़ो का घोटाला किया कम्पनी ने इस प्रकिया को 2012 से लागू तो कर दिया लेकिन कर्मचारियों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया समय पर वेतन न मिलने पर कई बार कर्मचारियों में रोष देखने को तो मिला लेकिन कम्पनी के खिलाफ आवाज उठाने बालों को बाहर का रास्ता दिखा दिया भले ही श्रंमायुक्त से पिछले माह न्यूनतम वेतन व् परिवर्तन महगाई भत्ता भी परिभाषित कर दिया हो लेकिन कम्पनी ने न तो कोई शर्तो का पालन किया और न ही समय पर वेतन देने का काम किया यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय ने एक बार फिर से कम्पनी को आगाह किया है नवम्बर के महीने में कम्पनी को जड़ से उखाड़ने के लिए जोरदार धरना प्रदर्शन करेंगे कम्पनी ने वेरोजगारों की मजबूरी का फायदा उठाकर एम्बुलेंस कर्मचारियों का शोषण किया है प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने कहा उपरोक्त समश्याओ को लेकर यूनियन द्वारा कई बार आंदोलन किया गया जिस पर अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ परिवार कल्याण श्रमायुक्त की अध्यक्षता में कमेठी गठित की गयी थी जिस पर कर्मचारियों की उक्त समस्यायों को लेकर मुख्य सचिव तक पहुंचाई थी लेकिन कोई अम्ल नही हुआ यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा एक वार फिर से कम्पनी को चेतावनी दी गई है कुत्ते की दुम अगर फिर से सीधी नही हुयी तो अबकी बार न दुम रहेगी और न ही दुम दिखाने बाले यूनियन जिंदाबाद ।
रामकुमार राजपूत
सह स्टेट ब्यूरो चीफ