उत्तर प्रदेश इटावा सैंफई के विश्वविद्यालय सैफई कोविड-19 की दूसरी लहर से लड़ने को पूरी तरह तैयार- प्रो0 राजकुमार

0
133

इटावा सैंफई विश्वविद्यालय सैफई कोविड-19 की दूसरी लहर से लड़ने को पूरी तरह तैयार- प्रो0 राजकुमार

इटावा सैफई 17 अप्रैल (अनिल कुमार पाण्डेय)। कोविड-19 की दूसरी लहर शुरू हो चुकी हैं। चिकित्सा विश्वविद्यालय, सैफई का कोविड-19 अस्पताल इस दूसरी लहर से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डा0) राजकुमार ने दी। उन्होंने बताया कि सभी जरूरी चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ विश्वविद्यालय का 200 बेडेड् कोविड-19 अस्पताल पूरी तरह फंक्शन में हैं। उन्होंने बताया कि भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर मार्च 2021 में प्रारम्भ हो चुकी है। यह लहर इस बार लगभग सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रही है, मृत्यु दर भी अधिक है, संक्रमण के फैलने की दर भी पिछली लहर की अपेक्षा काफी अधिक है तथा इस लहर में पुराने लक्षणों के अतिरिक्त कुछ अन्य नये लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं। कोविड-19 की दूसरी लहर में इन्क्युबेसन पीरियड लगभग 3 से 4 दिनों का है। यही कारण है कि देश में अप्रैल 2021 के प्रथम पखवाड़े में 20.65 लाख से ज्यादा केसेज सामने आ चुके हैं जो कि अब तक की सबसे तीव्र गति से बढ़ने वाली संक्रमण दर है। संक्रमण में इस वृद्धि का कारण वायरस में म्यूटेशन होना है जिसमें मुख्य रूप से भारत में पनपा एक म्यूटेन्ट भी है। पुरानी लहर के मुकाबले इस लहर में बच्चे व युवा भी अधिक संक्रमित हो रहे हैं जबकि पहली लहर में अधिक आयु वर्ग के लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे थे और बच्चे व युवा कम संक्रमित पाये जा रहे थे। 1 मार्च 2021 से 4 अप्रैल 2021 के बीच महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक व दिल्ली में लगभग 80,000 बच्चे कोविड संक्रमित पाये गए हैं। इस बार के कोविड संक्रमण में पुराने लक्षण जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, ठंड लगना, सूंघने व स्वाद की क्षमता कम होने के साथ-साथ कुछ नये लक्षण भी सामने आ रहे हैं जैसे आखें लाल होना, दस्त, सुनने की क्षमता पर प्रभाव पड़ना आदि। इस बार का संक्रमण अधिक तेज गति से फैल रहा है तथा मृत्यु दर भी अधिक है। पिछली लहर का चरम जो अगस्त-सितंबर 2020 में आया था उसमें देश भर में 75 प्रतिशत से अधिक केस 60-100 जिलों में थे जबकि इस लहर में 75 प्रतिशत से अधिक केस केवल 20-40 जिलों में आये हैं जिससे संक्रमण की भयावहता का अनुमान लगाया जा सकता है। वर्तमान में देश में वैक्सीनेशन भी तेजी से किया जा रहा है जिससे संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिल सकती है, सरकार द्वारा अब 45 वर्ष से अधिक आयु के समस्त व्यक्तियों को वैक्सीनेशन की मंजूरी दे दी गई है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) राजकुमार ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय ने कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए तैयारियाॅ युद्ध स्तर पर पहले ही पूरी कर ली हैं। जिसमें विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल में शासन के आदेशानुसार सभी तैयारियां संचालित हैं। इसके अलावा आइसोलेशन, क्वॉरेंटाइन, क्रिटिकल केयर, हेल्थ केयर वर्कर के लिए क्वॉरेंटाइन, लॉजिस्टिक इत्यादि की भी पर्याप्त व्यवस्था है। सरकार की तरफ से सभी जरूरी दवायें, रीजेंट एवं अन्य जरूरी सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गयी है तथा किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है। पूरी तरह से कोविड-19 के इलाज हेतु प्रशिक्षित मेडिकल टीम तीन शिफ्ट में तैनात हैं। उन्होंने यह भी बताया की विश्वविद्यालय में कोविड-19 अस्पताल के संचालन के साथ-साथ जरूरी इमरजेंसी सेवाएं भी लगातार 24 घंटे प्रदान की जा रही हैं। इसके अलावा वैक्सीनेशन भी जारी है। फ्लू ओपीडी भी चल रही है। आरएनबी का भी इन्तजाम कराया जा रहा है जो कोविड-19 की पहली लहर में गेम चेंजर रही फोटो परिचय- कुलपति प्रो0 राजकुमार एवं विश्वविद्यालय की फोटो।

रामकुमार राजपूत
सह स्टेट ब्यूरो चीफ
उत्तर प्रदेश

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here