उत्तर प्रदेश जनपद ललितपुर में चार पुलिस कर्मीयो के द्वारा खुलेआम आम जनता को लूटा जा रहा है ।

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उत्तर प्रदेश जनपद ललितपुर में चार पुलिस कर्मीयो के द्वारा खुलेआम आम जनता को लूटा जा रहा है ।

उत्तर प्रदेश ललितपुर जनपद में एक एसे दरोगा जी आया है जिसका नाम मनीष शुक्ला है जो सायद किसी भि ब्यक्ति ने न तो देखा होगा और न कभी सुना होगा क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने सिर्फ आपको @ खाखी बर्गन जो पहना दी है और उत्तर प्रदेश के जनपद ललितपुर की सिविल लाइन चौकी में तैनाती करदी है तो बस आपका ही राज्य कायम है कोई कोई नियम और कानून नहीं चलता है संजीवनी का निपट इन मनीष दरोगा जी के आगे और कोई नहीं भी कि नही सुनते है और नही कोई सरकारी दस्तावेजों को मानते है। यह और कोई कोई मजिस्ट्रेट के द्वारा डियूटी पास को मानता है और कोई किसी अपने सीनियर अधिकारियों को भी नहीं सुनते ओर मानता है और तो ओर पुलिस स्टाप तक के लोगो के विज्ञापन कर लिये गये है मनीष दरोगा जी के द्वारा आपने इन के मागे गया रे दे दिऐ तो ठीक है बरना यह संयोजन करते है यह और उनके साथ जो तीन पुलिस कर्मी होते है साथ में जो जबरन ही लोगो कि जेबो से € जेबो मे से निकाल लेते है जितने भी जेब में हो वह।सब निकाल लेते है ओर तो ओर यह लोग वाहन चालको को चलती गाडियों में लठियो से भी मारते है अगर कोई उस समय गिरजाय और मर भी जायगा तो दरोगा मनीष शुक्ला जी और जो उनके साथ तीन पुलिस वाले थे वो लोगो कि सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता करेंगे क्योंकि एक चौकी में तैनाती है और अगर कोई पीडित कार्यवाही करेगा तो उसने कहा पुलिस के पास ही होगा तो और जो ऊपर बैठे अधिकारी गढ़ वो तो इन लोगो को बचा ही लेगे और जो दरोगा मनीष शुक्ला जी का चैकिंग करने का समय है। रात्रि के ग्यारह बजे से किसी भि समय करते है जिसको नोभी अधिकारी लोग कोई मानेंगे और तो ओर यह लोगो ने सरकारी गल्ला मंण्डी के कंप्यूटर ओपरेटर की जेब से 30 रुपया भी जबरन जेब से निकाल दिया गया और जब उसने अपनी जेबो को पैसे निकालने का बिरोध किया। गया तो उसको मारने की धमकी दी गयी और कहा जैसे यह लोग पिट रहे हैं क्या इसी तरह तुम्हारा साथ करना होगा बरना चुपचाप बैठा रह गाड़ी पर और तीनो पुलिस वालो ने दरोगा के कहने पर सब जैबो की खाना तलाशी की।लि गयी जब उस लड़के की जेब में तीस रुपये निकले तो दरोगा का कहना था कि एक लाख की गाड़ी लिये है और जैबो में € नहीं है और वह 30 रुपये भी छीन के लिए जबकी उस लड़के के गले में डियूटी पास भी दिख रहे थे जो किपर था साफ साफ दिखने वाला था कार्यालय जिला धार्मिकवादी के द्वाराit होने के अलावा गाड़ी पर भी डियूटी पास चस्पा नजर आ रही थी फीर भी उसकी एकभी बात नहीं सुनी और नहीं मानी तब उस लड़के ने गल्ला मंनड्डी चौकी प्रभारी गार्ड को फोन करके दरोगा मनीष शुक्ला से बात भी बना तबभी नहीं माने वह मनीष शुक्ला दरोगा जबकि वह डियूटी से आ रहा था अकेला था और जबकि माक्स भी लगाई थी उसने गाय और यह सैम पुलिस वाले माक्स लगाऐ थे तो गले पर लगाऐ थे मुह और नाक नहीं लगी थी तो इन लोगो को क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने य किस अधिकारी के आदेशों से यह लोगो को क्या छूट दे रख्खी गयीभी छीन के लिए जबकी उस लड़के के गले में डियूटी पास भी दिख रही थी जो एकदम साफ साफ दिख रही थी कार्यालय जिला मजिस्ट्रेट के द्वाराit होने के अलावा गाड़ी पर भी डियूटी पास चस्पा नजर आ रही थी फीर की उसकी एक सु बात नहीं सुनी और नहीं मानी तब उस लड़के ने गल्ला मंनड्डी चौकी प्रभारी निरीक्षक को फोन करके दरोगा मनीष शुक्ला से बात भी की तब तक आशीष माने वह मनीष शुक्ला दरोगा जबकि वह डियूटी से आ रहा था अकेला था और जबकि माक्स भी डाल दिया था उसने लड़के और यह सैम पुलिस वाले माक्स लगाई थी। थे तो गले पर डालऐ थे मुह और नाक पर कोई लगाऐ थे तो ये लोगो को क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने य किस अधिकारी के आदेशों से यह लोगो को क्या छूट दे रख्खी गयीभी छीन के लिए जबकी उस लड़के के गले में डियूटी पास भी दिख रही थी जो एकदम साफ साफ दिख रही थी कार्यालय जिला मजिस्ट्रेट के द्वाराit होने के अलावा गाड़ी पर भी डियूटी पास चस्पा नजर आ रही थी फीर की उसकी एक सु बात नहीं सुनी और नहीं मानी तब उस लड़के ने गल्ला मंनंदी चौकी प्रभारी निरीक्षक को फोन करके दरोगा मनीष शुक्ला से बात भी की तब तक आशीष माने वह मनीष शुक्ला दरोगा जबकि वह डियूटी से आ रहा था अकेला था और जबकि माक्स भी डाल दिया था उसने लड़के और यह सैम पुलिस वाले माक्स लगाई थी। थे तो गले पर डालऐ थे मुह और नाक पर कोई लगाऐ थे तो ये लोगो को क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने य किस अधिकारी के आदेशों से यह लोगो को क्या छूट दे रख्खी गयीप्रभारी निरीक्षक को फोन करके दरोगा मनीष शुक्ला से बात भी की गई तबभी नहीं माने वह मनीष शुक्ला दरोगा जबकि वह डियूटी से आ रहा था अकेला था और जबकि माक्स भी लगाई गई थी वह लड़का था और यह सैम पुलिस माक्स लगाई गई थी तो गले पर लगाई गई थीं और नाक पर नहीं लगाऐ थे तो ये लोगो को क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने य किस अधिकारी के आदेशों से यह लोगो को क्या छूट दे रख्खी गयीप्रभारी निरीक्षक को फोन करके दरोगा मनीष शुक्ला से बात भी की गई तबभी नहीं माने वह मनीष शुक्ला दरोगा जबकि वह डियूटी से आ रहा था अकेला था और जबकि माक्स भी लगाई गई थी वह लड़का था और यह सैम पुलिस माक्स लगाई गई थी तो गले पर लगा दिए गए थे। नाक पर नहीं लगाऐ थे तो ये लोगो को क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने य किस अधिकारी के आदेशों से यह लोगो को क्या छूट दे रख्खी गयी
है और यह लोगो को जबकि कानून व्यवस्था बनाए रखना चाहिए तो नहीं यह लोग तो खाखी बर्दी धारक है तो कोई भी उल्लंघन करेगा तो कोई बात नहीं है क्योंकि यह लोगो की विशेष कानून व्यवस्था अलग से है जो हमारे भारत वर्ष के संबिधान से अलग बनाई गयी है। है और वह दरोगा मनीष शुक्ला जी को आईपीसी की धाराओ का भली भाती ज्ञान कहलाया है जो दुनिया के किसी पुलिस पुलिस अधिकारियों को सायद पता नहीं होगा जो हमारे ललितपुर सिविल लाइन चौकी पर तैनात है मनीष कुक्ला दरोगा जी। जबकि इनकी यह करतूतों कि खबर सभी आला अधिकारियों को उसी ही समय व्हाट्सएप मेसेज के द्वारा 26,07, 2020 की रात्रि को हि भेजी गयी थि और सुबह लिखित रूप से एक प्रार्थना पत्र के द्वारा जिला ललितपुर कोतवाली में दी गयी है, तो उहा पर बैठे एक दरोगा जी का कहना था के एक दरोगा और तीन पुलिस वाले 30 रुपये चुकीन नहीं कर सकते और रात्रि के ग्यारह पी कोई चैकिंग होने का तो कोई आदेश नहीं है वह बता रही थी।तो फिर यह लोग चारो पुलिस कर्मियों के द्वारा ललितपुर की जनता को एसे ही लूटते रहे य इन चारो लोगो पर कोई ठोस कानूनी कार्यवाही करेगे उच्च अधिकारी गढ़ के फिर उत्तर प्रदेश पुलिस की छबी को इसी तरह धूमल करते रहेंगे। य फिर यह चारो पुलिस कर्मी सरकार को चलाने वालो के यह बिषेश लोग है और उत्तर प्रदेश सरकार ने अगर विशेष तरिके से यह लोगो कि तैनाती की गयी है तो एसे ही लोग सभी जनपदो में तैनात द्वारा प्रेषित शरीय सादद जो अपनी मन मानी करते हैं। जिनको किसी भी आला अधिकारियों का खोफ नहीं है। तो फिर इन्हे कोनसे मार्गदर्शन में देखा जा सकता है क्यों की दुनिया में आजतक किसी भी आला अधिकारियों ने कहा है

आरसी सी साहू सम्पादक 

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