उत्तर प्रदेश जनपद हाथरस निवासी भगवंतपुरा मनोज कुमार शर्मा के एक लोते पुत्र कृष्णकांत रावत की 11,10, 2021 में बुखार आया जिसका इलाज उनके पिता एवं माता जी ने कराया 12-13 और 13 की शाम को जब पेट में दर्द होने लगा उसके बाद 14 के सुबह पेट से संबंधित सभी जांचे कराने के लिए डॉक्टर को बोला जब डॉक्टर लापरवाही करते रहे और बोलते रहे अभी सही हो जाएगा कोई इतनी खास बात नहीं है और देखते-देखते सुबह से शाम हो गई जब शाम के 8:30 बजे करीब जांच के लिए कृष्णकांत को ले जाया गया तो वही हॉस्पिटल में ही जांच के लिए ले जाया गया जहां पर जांच करने व होने से पहले ही कृष्णकांत की मृत्यु हो गयी जो कि यह लोडकृष्णा पव्लिक स्कूल जो मथुरा रोड हाथरस में हाइस्कूल का क्षात्र था और परिवार में कोहराम मच गया जबकि मनोज कुमार शर्मा जी का एकलौता पुत्र था यह जिसकी उम्र 15 साल करीब थी जिसका परिवार का वारिस की मृत्यु हो गयी इन डॉक्टरों की लापरवाही के चलते ऐसेे कई लोगो के परिवार में मरीज अभी भि पड़े है और मृत्युएं होती जा रही है जिससे कई मांओ कि गोदे सुनी होती नजर आ रही हैं जबकि सरकारी कर्मचारीयो एवं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा डेंगू मलेरिया एवं जो बुखार से आजकल आगरा हाथरस और आसपास के इलाको में रेगुलर मौतें हो रही है और प्रशासन उस तरफ बिल्कुल भी ध्यान दे रहा है और नजरअंदाज कर रहे हैं जबकि योगी सरकार इस मामले में सख्त है फिर भी प्रशासनिक अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं और भाजपा सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं यह किस प्रकार का प्रशासन कार्य कर रही है जो सरकार को बदनाम करने पर तुली हुई है और सही से जांच एवं देखरेख मरीजों की नहीं हो पा रही है जिससे दिन प्रतिदिन मौतें हो रही हैं और मौतों का सिलसिला नहीं रुक पा रहा है देखना यह है कि इस पर योगी सरकार कोई शिकंजा कसते हैं अपने कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर या इसी तरह से घोर लापरवाही के चलते परिवारों के दीपक बुझते रहेंगे और मांओ कि गोदे उजड़ ती रहेंगी या इस पर लगाम लगेगी तो कब तक लगेगी देखना यह है ।
शिवदेवी पाल प्रधान सम्पादक की रिपोर्टिंग