उत्तर प्रदेश ज. उन्नाव में भ्रष्टाचार चरम सीमाओं को लांघ चुका है जो कि पत्रकार राम नरेश त्रिवेदी कि पैतृक जमीन पर

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उत्तर प्रदेश ज. उन्नाव में भ्रष्टाचार चरम सीमाओं को लांघ चुका है जो कि पत्रकार राम नरेश त्रिवेदी पुत्र गोपाल कृष्ण त्रिवेदी निवासी 216 ए.बी.नगर उन्नाव के मूल निवासी है जोकि एक सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार हैं जिनकी भूमि संख्या 452 रक्बा 1बीघा 2विसुवा 6 विस्वांसी स्थित ग्राम सोनिक परगना हड़हा तहसील व जिला उन्नाव में है। जिसमे सह खातेदार दुर्गा सिंह व सुशीला सिंह की भूमि राम नरेश की भूमि के पीछे है जिसका उनके बैनामे में उल्लेख भी है की भूमि को बैनामे में उल्लेख चौहद्दी है जबकि गुन्डागर्दी भ्रष्टाचार की दम पर जबरन ही भूमि पर जबरिया कब्जा करने वालों के विरुद्ध आज दिनांक तक एफ आई आर दर्ज कर नही कि गयी है और नही कोई भी कार्यवाही करने को तैयार है पुलिस व जिला प्रशासन  जबकि भूमि पर कब्जा दिलवाने में लेखपाल व कानूनगो कि से पर कबजा करा गया है पीडित पत्रकार के बताने के मुताबिक ठोस कानूनी कार्यवाही के हकदार यह लेखपाल और कानूनगो है पर कार्यवाही करने व सुरक्षा ब्यवस्था को बनाए रखने के चलते जिला प्रशासन कोईभी ठोस कानूनी कार्यवाही करने को तैयार नहीं है और नह अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही न होने के कारण अपराधियों के होसले  बुलंद है और पत्रकार  राम नरेश त्रिवेदी पुत्र गोपाल कृष्ण त्रिवेदी निवासी 216ए.बी. नगर,उन्नाव के द्वारा मुख्यमंत्री आवास 5 कालीदास मार्ग, लखनऊ के समक्ष आत्मदाह करने के सम्बन्ध में पत्रकार राम नरेश त्रिपाठी ने एक लिखित आबेदन देकर के एक अग्रह किया गया है अगर फिर भी सुनबाई नही हुई तो फिर मजबूरन आत्महत्या करने को आमादा होना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी उ प्र सारकार की होगी ।।

जबकि राम नरेश त्रिवेदी अपनी जमीन पर जाता है तब सहखातेदार एवं उनके पुत्र द्बारा पत्रकार की हत्या करवाने की धमकी एवं गाली गलौज करते हुए जमीन से चले जाने को कहा जाता हैं क्योंकि दुर्गा सिंह उसी गाँव की है इसलिए वो प्राथी की भूमि पर जबरिया कब्जा करना चाहती हैं को बैनामे में लिखी चौहद्दी के आधार पर भूमि पर कब्ज़ा दिलाया जाय उत्पन्न विवाद समाप्त हो। प्रार्थी ने क्षेत्रीय लेखपाल आशीष श्रीवास्तव एवं सक्षम अधिकारियों से कई बार नपाई कराने के लिए अनुरोध भी किया परंतु लेखपाल प्रार्थी से 200000/ रुपये रिश्वत माँग रहा है जो प्रार्थी देने में असमर्थ हैं इसलिए लेखपाल गलत रिपोर्ट लगाकर उच्चाधिकारियो को गुमराह कर रहा है। लेखपाल और कानूनगो प्रार्थी को भूमि पर कब्जा दिलाने में टाल मटोल करके टाल देते हैं । लेखपाल क्षेत्रीय लोगों से मिले हुए हैं। लेखपाल और कानूनगो की आय से अधिक सम्पति की भी जाँच होनी चाहिए। प्रार्थी ने जिला अधिकारी उन्नाव को दिनाँक 12/3/2 पुलिस अधीक्षक उन्नाव को दिनाँक 13/3/21 को रजिस्टर्ड डाक द्बारा प्रार्थना पत्र भेजा मा. मुख्यमंत्री जी को 15/3/21 पुलिस अधीक्षक उन्नाव 06/8/22जिला अधिकारी उन्नाव को 09/8/21को रजिस्टर्ड डाक द्बारा प्रार्थना पत्र भेजा। जनसुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री को 14/8/21 को भेजा। मा. मुख्यमंत्री जी को दिनाँक 16/8/21 को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेजा। अपर मुख्यसचिव उ. प्र. शासन लखनऊ को दिनाँक 16/8/21 को प्रार्थना पत्र भेजा। पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ परिक्षेत्र लखनऊ को दिनाँक 07/9/21को ब्यक्तिगत भेटकर प्रार्थना पत्र दिया। समाधान दिवस दिनाँक 09/10/21 को थाना दही मे प्रार्थना पत्र क्षेत्राधिकारी उन्नाव को ब्यक्तिगत भेटकर प्रार्थना पत्र दिया। नायबतहसीलदार बिछिया दिनाँक 11/10/21को ग्राम सोनिक मौके पर लेखपाल आशीष श्रीवास्तव कानूनगो जितेन्द़ द्विवेदी के साथ मौके पर गयी लेकिन सिर्फ खानापूर्ति करके 10 मिनट मे वापस आ गयी। जबकि प्रार्थी ने भूमि से सम्बन्धित समस्त कागजात नायबतहसीलदार आकांक्षा मिश्रा को उसी समय मौके पर ही दिखा दिया उसके बावजूद नायबतहसीलदार ने प्रार्थी को अगले दिन 10/10/2021) को कार्यालय में सभी कागजात लाने के लिए कहा। प्रार्थी दिनाँक 12/10/2021को प्रातः10 बजे कार्यालय पहुँच गया लेकिन नायबतहसीलदार साहिबा 11:30 तक कार्यालय नहीं आयी थी तब प्रार्थी सभी कागजात कार्यालय मे देकर रिसीविग ले ली। लेकिन अभी तक नायबतहसीलदार ने प्रार्थी को भूमि पर कब्जा नहीं दिलवाया और न ही अबैध कब्जेदारो के ऊपर कोई कार्यवाही करना उचित समझा। प्रार्थी ने दिनाँक 13/10/21को जिलाधिकारी उन्नाव को पुनः प्रार्थना पत्र मिलकर दिया। 02/11/2021 को पुनः जिलाधिकारी उन्नाव को मिलकर प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई जिससे अबैध कब्जेदारो के हौसले बुलंद है। प्रार्थी द्बारा दर्जनो प्रार्थना पत्र देने के बावजूद आज तक विपक्षी गणो के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं होना ये दर्शाता हैं कि तहसील प्रशासन उन्नाव के कुछ कर्मचारी विपक्षियो से मिले हुए हैं और वह नहीं चाहते हैं कि प्रार्थी को न्याय मिल सके। अभी तक जबरिया कब्जा करने वालों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई है जबकि प्रार्थी लगातार एफ आई आर दर्ज करने की मांग कर रहा है। जिससे प्रतीत होता है कि विपक्षी गण एवं प्रशासन के कुछ कर्मचारी प्रार्थी की हत्या भी करवाने का षडयंत्र रच चुके हैं। यदि यथाशीघ्र इस विवाद को नहीं सुलझाया गया तो प्रार्थी एवं प्रार्थी के परिवार के साथ किसी भी प्रकार की हनहोनी हो सकती हैं। जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व ब्यक्तिगत रूप से तहसील प्रशासन उन्नाव, दुर्गा सिंह एवं सुशीला सिंह के परिवारीजनो तथा दही थानाध्यक्ष पर होगा। प्रार्थी की भूमि से अबैध कब्जेदारो का कब्जा हटवाकर प्रार्थी को बैनामे में लिखी चौहद्दी के आधार पर भूमि पर कब्जा दिलवाया जाय।लेखपाल सोनिक आशीष श्रीवास्तव एवं कानूनगो जितेन्द़ द्विवेदी को निलम्बित किया जाय तथा दोषी कब्जेदारो के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जाए तथा प्रार्थी की भूमि पर अब तक फसल काटने वालो से मुवावजा दिलवाया जाय। यदि ऐसा नहीं होता है तो प्रार्थी माननीय मुख्यमंत्री आवास 5 कालीदास मार्ग, लखनऊ के समक्ष आत्मदाह करने को विवश होगा। क्योंकि अब प्रार्थी न्याय माँगते -माँगते थक गया है। प्रार्थी को न्याय मिलने की उम्मीद समाप्त हो गई है। जिसकी समस्त जिम्मेदारी सर्वश्री आशीष श्रीवास्तव लेखपाल सोनिक, जितेन्द़ द्विवेदी कानूनगो बिछिया, दुर्गा सिंह एवं सुशीला सिंह एवं उनके पुत्रो तथा थानाध्यक्ष दही आदि पर होगी।
अतः आपसे निवेदन है कि आप प्रार्थी की भूमि पर कब्ज़ा दिलवाकर प्रार्थी को न्याय दिलवाने एवं आरोपियो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही कर सुरक्षा ब्यवस्था बनाए रखे
पीडित राम नरेश त्रिवेदी (पत्रकार)
मो. न. 8081318623

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