उत्तर प्रदेश नेपाल वाडर बहराइच से 41 शीशी नशीली दवा के साथ पीआरडी जवान गिरफ्तार माल लिएऔर बर्दी पहने इनसान को मजबूरी क्या से क्या करने को मजबूर करदेती है ।

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41 शीशी नशीली दवा के साथ पीआरडी जवान गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश निकासीाइच भारत नेपाल सीमा से सटे नेपाली क्षेत्र जमुनहा चौकी जिला बाँके नेपालगंज पुलिस ने भारतीय क्षेत्र से नेपाल प्रतिबंधित दवाईयों की तस्करी करते हुए पीआरडी जवान को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जिसे नेपाली पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जिला अदालत को सौंप दिया बयानों को स्थानांतरित करते हुए बृहद्रूपा थाने में तैनात पीआरडी जवान कृष्ण कुमार सोनकर जो 41 शीशी कोरेक्स नेपाल प्रतिबंधित दवा को लेकर सीमा पार चला गया। इसे नेपाली पुलिस ने पकड़ कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय बांके नेपालगंज को सौंप दिया जिसे अदालत में विधिक कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया। बताते चलें कि एक लंबे अंतराल से नेपाली व भारतीय पुलिस मुख्य मार्ग से लॉक डाउन होने के बावजूद भी भारतीय क्षेत्र से दवाइयों का आदान प्रदान कर रहे हैं लेकिन क्षेत्र की मीडिया को समाचार कवरेज करने के लिए एसएसबी बीओपी रुपईडीहा के अधिकारी जाने से मना कर देते हैं। कीलाकडाउन है क्या आप लोग अपनी सीमा पर नहीं जा सकते हैं। घाटीक सवाल यह उठता है कि नेपाल के सफाई एजेंट और नेपाली पुलिस बिना रोक-टोक के क के भारतीय क्षेत्र में घूम रहे हैं .तथा भारी कमीशन के साथ दवाइयों की तस्करी भी करते नजर आते हैं। इतना ही नहीं नेपाल क्षेत्र में आवश्यक आवश्यकताओं की भी जरूरत को पूरा करने के लिए कि सफाई एजेंट भारतीय क्षेत्र में आकर नियमों का उल्लंघन करते हुए कस्बा की गलियों में घूम कर खरीदारी करते हैं और मालवाहक खरीदारी से इन सामान को भेजने का कार्य कर रहे हैं सवाल ये उठता है राष्ट्र हित में काम करना। साथ देश के चौथे स्तंभ को एसएसबी के जवानों अधिकारियों ने नवीन समापन करने से मना कर देते हैं कहते हैं कि आप लोगों को नहीं जा रहे हैं जबकि। नेपाली पुलिस सरेआम वाकी टाकी और स्थलों को लगाकर बाजार में घूमते हुए नजर आते हैं इनकी सुरक्षा की पोल तब खुली जब पीआरडी का जवान रंगे हाथ की 41 शीशी के साथ नेपाल में पकड़ा गया। सवाल यह उठता है कि यह कैसे पहुंची पीआरडी जवान भारी मात्रा में नशीली दवाओं को लेकर क्या एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोका नहीं ना इसकी जांच किया ना तो कामकाजली पर भी सवालचिन्ह लग रहा है। गलियों में घूम कर खरीदारी करते हैं और मालवाहक एक्सप्रेस से इन सामान को प्रेषक के कार्य कर रहे हैं सवाल ये उठता है राष्ट्र हित में काम करने वाले देश के चौथे स्तंभ को एसएसबी के जवानों अधिकारियों ने समाचार संकलन करने से मना कर देते हैं कहते हैं। कि आप लोगों को नहीं जाने दिया जाएगा जबकि नेपाली पुलिस सरेआम वाकी टाकी और स्थलों को लगाकर बाजार में घूमते हुए आते हैं येकी सुरक्षा की पोल तब खुली ज पीआरडी का जवान रंगे हाथ की 41 शीशी के साथ नेपाल में पकड़ा गया। सवाल यह उठता है कि यह कैसे पहुंची पीआरडी जवान भारी मात्रा में नशीली दवाओं को लेकर क्या एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोका नहीं ना इसकी जांच किया ना तो कामकाजली पर भी सवालचिन्ह लग रहा है। गलियों में घूम कर खरीदारी करते हैं और मालवाहक एक्सप्रेस से इन सामान को प्रेषक के कार्य कर रहे हैं सवाल ये उठता है राष्ट्र हित में काम करने वाले देश के चौथे स्तंभ को एसएसबी के जवानों अधिकारियों ने समाचार संकलन करने से मना कर देते हैं कहते हैं। कि आप लोगों को नहीं जाने दिया जाएगा जबकि नेपाली पुलिस सरेआम वाकी टाकी और स्थलों को लगाकर बाजार में घूमते हुए आते हैं येकी सुरक्षा की पोल तब खुली ज पीआरडी का जवान रंगे हाथ की 41 शीशी के साथ नेपाल में पकड़ा गया। सवाल यह उठता है कि यह कैसे पहुंची पीआरडी जवान भारी मात्रा में नशीली दवाओं को लेकर क्या एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोका नहीं ना इसकी जांच किया ना तो कामकाजली पर भी सवालचिन्ह लग रहा है। देते हैं कहते हैं कि आप लोगों को नहीं जाने दिया जाएगा जबकि नेपाली पुलिस सरेआम वाकी टाकी और स्थलों को लगाकर बाजार में घूमते हुए आते हैं इनकी सुरक्षा की पोल तब खुली जब पीआरडी का जवान रंगे हाथ की 41 शीशी के साथ नेपाल में पकड़ा गया। सवाल यह उठता है कि यह कैसे पहुंची पीआरडी जवान भारी मात्रा में नशीली दवाओं को लेकर क्या एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोका नहीं ना इसकी जांच किया ना तो कामकाजली पर भी सवालचिन्ह लग रहा है। देते हैं कहते हैं कि आप लोगों को नहीं जाने दिया जाएगा जबकि नेपाली पुलिस सरेआम वाकी टाकी और स्थलों को लगाकर बाजार में घूमते हुए आते हैं इनकी सुरक्षा की पोल तब खुली जब पीआरडी का जवान रंगे हाथ की 41 शीशी के साथ नेपाल में पकड़ा गया। सवाल यह उठता है कि यह कैसे पहुंची पीआरडी जवान भारी मात्रा में नशीली दवाओं को लेकर क्या एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोका नहीं ना इसकी जांच किया ना तो कामकाजली पर भी सवालचिन्ह लग रहा है।

न्यूम खान
उत्तर प्रदेश ब्यूरो महाराज

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