उत्तर प्रदेश बहराइच में खुशखबरी मददगार लोगो को अब सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को चिकित्सालय पहुॅचाने वाले गुड सेमेरिटन (मददगार) को मिलेगा 02 हज़ार रूपये का पुरस्कार

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उत्तर प्रदेश बहराइच में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को चिकित्सालय पहुॅचाने वाले गुड सेमेरिटन (मददगार) को मिलेगा 02 हज़ार रूपये का पुरस्कार

सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को चिकित्सालय पहुॅचाने वाले गुड सेमेरिटन (मददगार) को मिलेगा 02 हज़ार रूपये का पुरस्कार

उत्तर प्रदेश बहराइच 25 जनवरी। सांसद बहराइच अक्षयवर लाल गोंड की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सड़क सुरक्षा के लिए संसदीय क्षेत्र समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, सदर की श्रीमती अनुपमा जायसवाल व नानपारा की श्रीमती माधुरी वर्मा, सांसद कैसरगंज बृज भूषण शरण सिंह के प्रतिनिधि सुनील सिंह, जिलाधिकारी शम्भु कुमार, पुलिस अधीक्षक डाॅ. विपिन कुमार मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर सौरभ गंगवार आईएएस, पयागपुर कीर्ति प्रकाश भारती, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर टी.एन. दुबे, ए.आर.टी.ओ. प्रवर्तन अशोक व प्रशासन के वीरेन्द्र सिंह, ए.एम.ए. जिला पंचायत प्रदीप कुमार गुप्ता, अधि.अभि. लो.नि.वि. प्रा.ख. आर.के. राम, ए.आर.एम. मो. इरफान, ई.ओ. न.पा.परि. पवन कुमार सहित अन्य अधिकारी व सम्बन्धित लोग मौजूद रहे।
बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की पहचान और अध्ययन, सड़क दुर्घटनाओं के आकड़ों एवं सड़क सुरक्षा गतिविधियों पर विचार, ब्लैक स्पाॅट की पहचान एवं सुरक्षात्मक एवं सुधारात्मक कार्यवाही, गुड सेमेरिटन को प्रेरित करने के लिए कार्यनीतियां तैयार करने, सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाने, स्कूली वाहनों का मानक के अनुरूप संचालन, सड़क दुर्घटना में मृत्यु व्यक्तियों को सोलेशियम स्कीम के अन्तर्गत राहत धनराशि उपलब्ध कराये जाने के साथ-साथ 4ई के कार्यक्रम अर्थात् शिक्षा, प्रवर्तन, आपातकालीन देखभाल और इंजीनियरिंग के कार्यान्वयन पर विचार-विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
बैठक के दौरान सांसद श्री गोंड ने निर्देश दिया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने के लिए विद्यालयों में जन जागरूकता कार्यक्रम संचालित कर बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाय। श्री गोंड ने एन.एच.आई. को निर्देश दिया कि बहराइच-लखनऊ मार्ग पर स्थित रूकनापुर के निकट जलभराव की समस्या का निदान करायें। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने हेतु मार्गों से अतिक्रमण को चिन्हित कर उन्हें हटवाने के साथ-साथ दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों एवं ब्लैक स्पाटों पर मानक के अनुसार सभी सुरक्षात्मक उपाय किये जायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि गुड सेमेरिटन तथा दुर्घटना में मृत्यु व्यक्तियों को सोलेशियम स्कीम के अन्तर्गत राहत धनराशि उपलब्ध कराये जाने से सम्बन्धित योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए प्रमुख स्थानों होर्डिंग्स व बैनर प्रदर्शित किये जायें। यह भी सुझाव दिये गये कि ट्रैक्टर-ट्रालियों से होने वाली सड़क दुघर्टनाओं पर अंकुश लगाये जाने के लिए ट्रालियों पर रेफ्लेक्टर लगवाये जाये।
सदर विधायक श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने सुझाव दिया कि ई4 कार्यक्रम को पूरी शिद्दत के साथ संचालित किया जाय जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पाठ्यक्रम सहित अन्य गतिविधियों के माध्यम से यातायात नियमों की जानकारी छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराने के लिए शिक्षण संस्थान पूरी संजीदगी के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। सदर विधायक सहित विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, नानपारा की श्रीमती माधुरी वर्मा व सांसद कैसरगंज के प्रतिनिधि सुनील सिंह ने भी ए.आर.टी.ओ. को सुझाव दिया कि गुड सेमेरिटन तथा दुर्घटना में मृत्य व्यक्तियों को सोलेशियम स्कीम का व्यापक स्तर से प्रचार-प्रसार करायें ताकि सड़क दुर्घटनाओं से पीड़ित व्यक्तियों को त्वरित चिकित्सा सहायता के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी मिल सके।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि मा. सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रिट याचिका संख्या 235/2012 में गुड सेमेरटियन (नेक आदमी) के बचाव के लिए दिये गये आदेश के अनुपालन में भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तत्क्रम में सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में बोर्ड स्थापित कराये जाएं तथा अधिसूचना में उल्लिखित मुख्य बातों का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाय। श्री कुमार ने निर्देश दिया कि हिट एण्ड रन से सम्बन्धित मामलों में मार्ग दुर्घटना में मृतक व्यक्तियों को सोलेशियम स्कीम 1989 के अन्तर्गत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में प्रचार-प्रसार कराया जाय।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि जनपद के सभी (ब्लैक स्पाट्स) अंधे मोड़ों अथवा अतिदुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में रेफलेक्टिव इन्डिकेटर बोर्ड स्थापित कराये जायें तथा उस स्थान के आस-पास स्थित थानों व अस्पतालों का सम्पूर्ण विवरण जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों के मोबाइल नम्बर, स्थान, दूरी इत्यादि का भी उल्लेख किया जाय, ताकि किसी दुर्घटना के समय लोगों को बिना समय गवाये मदद मिल सके। श्री कुमार ने आश्वस्त किया कि बैठक के माध्यम से प्राप्त हुए सुझावों एवं निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। पुलिस अधीक्षक डाॅ. विपिन कुमार मिश्र ने सुझाव दिया कि सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में स्कूलों के प्रबन्धक बच्चों के अभिभावकों के साथ भी बैठक कर उनकों भी यातायात नियम के प्रति जागरूक किया जाय ।

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