उत्तर प्रदेश मेरठ कोरोना लोक डाउन के चलते मेरठ के व्यापारियों का बुरा हाल लॉकडाउन के चलते मेरठ का व्यापारी का बुरा हाल बच्चों के लालन पोषण मैं भी आ रही है दिक्कत कर्मचारियों की वेतन भी नहीं निकल पा रहे लेकिन सवाल यह उठता है की मेरठ में बफर जॉन होने के बाद नहीं खुल रहे बाजार जबकि लखनऊ और नोएडा में बफर जोन होने के बाद बाजार खुल रहे हैं व्यापारियों की दुकान शोरूम नहीं खुल पा रहे जबकि मेरठ में मॉडल शॉप शराब के ठेके बराबर खुल रहे हैं कोटला बाजार नई मंडी सदर बाजार कुछ घंटे खुल रहे हैं लेकिन कपड़े की दुकान रेडीमेड की दुकान शराबी की दुकान और किताबों की दुकान स्टेशनरी की दुकान जो जोकि बच्चों की पढ़ाई के लिए भी किताबी नहीं मिल पा रही उसके बावजूद डोसे वाले टिक्की वाले गोलगप्पे वाले चाट पकौड़ी वाले चाय वाले ऐसे छोटे व्यापारी जोकी प्रतिदिन अपने बच्चों को कमा कर उनका पेट पालन करते थे नहीं हो रही उनकी व्यवस्था
सूत्रों की माने तो मेरठ में एक थाना ऐसा भी जिसमें पुलिस के सिपाही सब्जी वालों पर फन वालों पर केले वालों पर और छोटे व्यापारियों पर कहर बनकर टूट रहे हैं या तो उनको प्रतिदिन ठेले वाले पैसे दे नहीं तो गालियों के साथ पढ़ते हैं उन पर डंडे
मेरठ का व्यापारी माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करता है कि मेरठ में भी व्यापारियों को दी जाए राहत खाद्य विभाग के जितने भी व्यापारी हैं उनको मिले दुकान खोलने की छूट यही चाहता है उत्तर प्रदेश के मुख्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कि वह भी व्यापारियों के बारे में सोचें
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट