उत्तर प्रदेश मेरठ शहर की सफाई के नाम पर उत्तर प्रदेश सरकार का खजाना की हो रही है सफाई
सरकार का खजाना नगर निगम खर्च करने में हीरो और सफाई करने में जीरो
मेरठ नगर निगम सफाई के नाम पर उत्तर प्रदेश सरकार का खजाना साफ करती नजर आ रही है सड़कों को कूड़े से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम ने घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए गाड़ियां तो उतार दी लेकिन अधिकारी इनकी निगरानी करना भूल गए हाल यह है कि शहर के 90% वार्डों में 1 घंटे भी गाड़ी नहीं घूम रही जबकि इनके डीजल और चालकों के वेतन पर 100% खर्च हो रहा है हैरानी की बात है जिम्मेदार सफाई स्पेक्ट्रो को ही नहीं पता कि उनके वार्ड में किन-किन गलियों में डोर टू डोर कूड़ा उठाया जा रहा है
आपको बता दें महानगर में नगर निगम के 90 वार्ड हैं निगम रिकॉर्ड के मुताबिक डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए रोजाना 130 गाड़ियां निकलती है सुबह 7:00 बजे से सूरजकुंड दिल्ली रोड और कंकर खेड़ा वार्ड डिपो से गाड़ियां निकलती देखी जा सकती हैं शहर में भी स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करती नजर आती हैं वहां डिपो के रिकॉर्ड के मुताबिक सफाई निरीक्षकों की मांग के अनुसार डोर टू डोर के अलावा अन्य गाड़ियां भी भेजी जाती है वह अलग बात है कि काफी सफाई निरीक्षकों को पता ही नहीं रहता कि उनके वार्ड में गाड़ी आई है तो क्या वह कूड़ा उठा भी रही है या फिर सड़कों पर घूम कर ही अपना काम पूरा कर रही है
ऐसा ही मामला वार्ड 52 कचहरी के चौराहे से अपार इंडिया डेयरी तक और अपार इंडिया डेयरी से कचहरी के चौराहे तक दोनों ओर की नालियां चोक बंद पड़ी है अभी तक 1 साल से लगातार दुकानदार प्रार्थना पत्र दे रहे हैं कोई सुनवाई नहीं हो रही नगर निगम में
नेता नगर निगम का स्वच्छ भारत और स्वच्छ उत्तर प्रदेश मिशन और स्वच्छ भारत मेरठ मिशन सरकार को भी बदनाम करने में लग गया है नगर निगम सरकार का पैसा खर्च करने में हीरो और सफाई करने में जीरो
ऐसे बना देगा नगर निगम खजाना खाली करके मेरठ को हीरो
उत्तर प्रदेश ब्यूरो चीफ ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सुशील रस्तोगी