उत्तर प्रदेश मेरठ से कोरोना की हकीकत पर पहल शुरू हुई तानाशाही रबैया के बिरोध में पहली खबर देखे पड़े हकीकत।।
उत्तर प्रदेश मेरठ जनता का एक सवाल उत्तर प्रदेश सरकार के नाम
क्या आवश्यक सेवाओं में बीयर और शराब की दुकान खुलेगी
शनिवार और रविवार को बीयर और शराब की दुकान खुलेंगे
हलवाई और चाय ,चाट के ठेले वालो को क्यों नहीं खुलने देते है यह सरकार चलाने वाले
उत्तर प्रदेश मेरठ की जनता और व्यापारी उत्तर प्रदेश सरकार से एक सवाल पूछ रही है चैनलो के माध्यम से कै क्या शराब और बीयर आवश्यक सेवाओ में आती हैं तो जो गुजरात ,बिहार ,के अलावा कई और जगहो पर प्रति बंंदित क्यों करी गयी है जैसे गुजरात में सबसेे पहले जो देश के जो आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैै यह गुजरात के मुुख्यमंत्री बनते ही गुजरात में पूर्ण: सभी नशिले पदार्थों पर रोक लगा दी गयीं थी जो आज भी प्रति बंद है तो आज भी बंद है अगर शराब से और नशिले पदार्थों से सरकारो को फायदेे है तो फिर हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कि गुजरात सरकार ने व बिहार मेें बंंदी क्यों करते वह मुख्यमंत्री लोग वह लोगो के पास भी तो कुछ अकल बुध्दि तो होगी के वेसे ही ्मुु्ख्यमंत्री बन गये होगे जो गरीब लोगों कि आवश्यक सेवाओ में आती है चीजे वह बंद कर दी गई है जैसे किराना स्टोर और त्यौहार के मद्देनजर देखते हुए ईद रक्षाबंधन के लिए भी नहीं मिल रही हलवाई और स्वीट की दुकानो को खोलने की अनुमति नही है तब सभी देशवासियों और व्यापारियों में रोष है जिसमे सबसे पहले मेरठ की जनता चाहती है कि त्योहारो को मद्देनजर रखते हुए ईद और रक्षाबंधन के लिए भी शनिवार इतवार को स्वीट शॉप दुकान खोलने की अनुमति नहीं मिल रही है जिसके कारण व्यापारियों में रोष है मेरठ की जनता चाहती है कि त्योहार पर कम से कम शनिवार इतवार में हलवाई यों को कौन सी टिक्की वालों और चाय वालों को सब्जी बेचने वालों को केले बेचने वालों को दुकान खोलने की अनुमति दी जाए क्योंकि सभी छोटे व्यापारियों का व्यापार चौपट हो चुके हैं ठेले वाले गरीब आदमी अपना पेट पालन कैसे करें कुछ दुुकानदार लोग तो एसे भी है जो थोड़ी बहुत समग्री बेचकर के100/200 कमा लेते थे जिससे उन सभी लोगो के चूले जलते थे वह लोग भी भुकमरी कि कगार पर आ गये है बारे वा कोरोना तूने तो सबका करदिया रोना और सरकारों ने सभी कर्मचारियों कि डियूटी लगाई जहापर जहा उनको बीमारियों कि जब जानकारी नहीं है तो उन सभी का होगया रोना वा रे वा कोरोना यह किसने दिया तुझे यह नाम के तूने सबको करदिया रोना वारे व कोरोना जो रोग नही है किसी को वह रोग ने करदिया जीना हराम वारे व कोरोना अगर इसी तरह चलता रहा तो देश आजायेगा आर्थिक स्थिति में हो जायेगा पीछे । बारे व कोरोना जब यह ला ईलाज है तो कोरन टाईम में कैसे हो जाते है यह सभी मरीज लोग सही एसी क्या बात है य कुछ ओर बात है अगर कोरनटायम करने ने सही हो रहे होते तो फिर जो पूर्णतः शुरू में लंबे समय तक सभी बंद करदिया गया था और गरीब परिवार के लोगो को बड़े बड़े शहरो से मजबूर कर दिया गया था पैदल चलने को जो छोटे छोटे बच्चों को भि रोडो पर नंगे पैर चलने को किया गया मजबूर जो दुनिया बालो ने सोचा नहीं था सपनो में वह देख लिया गया है और वही दूसरी ओर अमीरों के बच्चों को बीआई पी सेवाओं के द्वारा उन सभी को सा सम्मान भेजा गया था तो यह सोतेला ब्योहार क्यों किया गया था और आज भी सोतेला ब्योहार हम सभी दुकानदारों ओर आम जनता से इस तरह का खेल क्यों खेला जा रहा है जब उस समय कोरोना जीरो %पर था तो उसी समय नही बड़ना चाहिए था जब अगर लॉकडाउन से बड़ा है कोरोना तो फिर कैसे कंट्रोल होगा इस कोरोना पर एसा नहीं है के देश वासी सरकार के साथ कल थे और आज भी है पर गरीब लोगों को जीने व अजीबका चलाने के लिये सरकारों को सभी लोगो साथ एकसा ब्यौहार करना चाहिए । और जो कोरोना से ग्रस्त व्यक्ति लोग उन सभी को सुरक्षित स्थानों पर रखना चाहिए
अगर सरकारों द्वारा फल एवं ओर भी जरूरत वाली समग्रिओ पर जैसे शनिवार इतवार को पूर्णतः दौ दिन बंंदी कर रही है तो यह बंद करने से लोगो को कई प्रकार से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और दूसरी ओर आपकी पुलिस को सभी सरकारों ने छूट देदी है आम जनता पर लाठियां भांजने को बोल दिया गया है य फिर पुलिस प्रसाशन के आला अफसरों की ओर से सै है य फिर यह सभी पुलिस वालो को कोई बीमारी हो गयी है के आते जाते हैरान परेशान लोगो के ऊपर लाठियां बरसाईजा रही है वह को सोसल मीडिया एवं सभी छोटे बड़़े चैनलो पर दिखाया जा रहा है फिर भी सरकारों पर इसका असर नहीं हो रहा है ।यह असर इन सभी सरकारों को चुनाव के समय सामने आनेवाला है यह हम पत्रकारों कि भाषा नही है जो हम लोगो को देखने व सुनने को मिल रहा है जनता से आजकल जो देखो वही गालियां देते नजर आता है सरकार चलाने वालो को यह है हकीकत जो इस समय हर ब्यक्ति परेशानियों का सामना कर रहा है तो क्या वह सरकारों को फूल माला पहनाकर स्वागत करेगा य कोसेगा ।और जिनलोगो के फल खराब हो जाते हैं लॉकडाउन के चलते तो उन सभी दुकानदारो को त्त्यौहारो पर मद्दे नजर रखते हुए दुकाने खोलने की अनुमति दी जाए गरीब आदमियों को जो सड़कों पर आ गया है छोटे हलवाई दुखी हैं मेरठ के व्यापारी चाहते हैं और वह चैनलो के द्वारा अपनी आबाज माननीय मुख्यमंत्री तक पहुंचने के लिये यह माग है सभी कि कै लॉकडाउन रात्रि 10:00 बजे तक हलवाई यों को दुकान खोलने की परमिशन दी जाए त्यौहार के मद्देनजर देखते हुए ।
जब शराब की और बीयर की दुकान रात्रि 9:00 बजे तक खुल सकती है तो खाने-पीने की और आवश्यक सेवाओं की दुकान क्यों नहीं खोलनी दी जारही है मेरठ की जनता माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करती है कि व्यापारियों और ठेले वालों के लिए अपना सहयोग प्रदान करे और गरीबों को एक जीबन चलाने की एक किरण दें जिससेे सभी उत्तर प्रदेश वासियो कि अजीबका चल सकेे।।
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट