उत्तर प्रदेश मेरठ
3 करोड़ से भी ऊपर के खरीदे गए 35000 सिंगल फेस मीटरों में खरीद का बड़ा खेल किया गया मीटरों के टेंडर करने वाले अधिशासी अभियंता ने खुद ही मेट्रो का निरीक्षण और परीक्षण भी कर लिया नियमानुसार मित्रों का निरीक्षण टेंडर कराने वाले अधिकारी नहीं कर सकते बात नहीं तक नहीं खत्म होती सामग्री निरीक्षण की जिम्मेदारी मुख्य अभियंता की तरफ से भी जाती है लेकिन इस मामले में अधिशासी अभियंता अधीक्षण अभियंता की मौजूदगी में खुद ही अवसर करके अपना निरीक्षण हो डर कर लिया आपको बता दें पावर कारपोरेशन में मीटर से संबंधित टेंडरों को वाणिज्य अनुभाग देखता है लेकिन पावर कारपोरेशन के चलते अधिशासी अभियंता वाणिज्य मनीष कुशवाहा ने 33000 सिंगल फेस मीटरों की खरीद के टेंडर किए थे टेंडर के बाद मीटरों की जांच का जिम्मा टेंडर अधिकारी से इधर थर्ड पार्टी को दिया जाना था लेकिन मनीष कुशवाहा ने अधीक्षण अभियंता वाणिज्य की गैरमौजूदगी में उनके नाम से पत्र बनवा कर अपने हस्ताक्षर कर दिए इतना बड़ा खेल और सरकार की करोड़ों की बना दी इन अफसरों में रेल ऐसा ही मामला शारदा रोड बिजली घर और माधवपुरम में एसडीओ और एक्शन की मिलीभगत के कारण लगातार हो रहा है शिकायत करने के बाद भी 20 दिन हो गए उसकी अभी तक जांच नहीं हो पाई क्योंकि विभाग का मामला है वह भी फ्री की बिजली जलाओ और मौज मस्ती करो संविदा के कर्मचारी सभी फ्री की बिजली चला रहे हैं और जनता को कर रहे हैं गुमराह जैसा कि आप ऑडियो में देख सकते हैं हमने सचिव बिजली विभाग से बात करी है वह अपने वर्जन में अपने विभाग के कर्मचारियों का पक्ष ले रहे हैं
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट