उत्तर प्रदेश हरदोई में हुआ एक ओर नाबालिग लड़की को अगवाकर किया गया गैंगरेप लड़की कि हुुई मौत
थाने से लेकर राजधानी तक लगाई दौड़, मरते दम तक नही मिला नाबालिग पीड़िता लड़की को न्याय ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीडिता लड़की को अगवाकर किया गैंगरेप, हुई मौत, बलात्कारियों को बचाने में जुटी पुलिस 14 जुलाई को कासिमपुर थानाक्षेत्र में एक नाबालिग लड़की को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। न्याय के लिए पीड़िता के परिजन स्थानीय पुलिस से लेकर जिला प्रशासन व राजधानी तक दौड़ लगाई पर न्याय नही मिल सका। गैंगरेप की शिकार बेटी ने 05 अगस्त को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद कासिमपुर पुलिस के हाँथ पांव फूल गए। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस जघन्य वारदात को छुपाने के लिए पीड़िता का शव जबरन कब्जे में लिया और डॉक्टरों के माध्यम से उसकी किडनी में समस्या दर्शाकर मौत का कारण दिखाने की रूपरेखा तैयार कर ली। इस घटना पर कोई सवाल न करे इसलिए थानाध्यक्ष ने आज अपना सीयूजी नम्बर बंद रखा।
दुष्कर्म पीड़िता के पिता ने बताया कि उसकी 16 वर्षीय बेटी विगत 14 जुलाई को शाम करीब 05 बजे को शौच के लिए बाहर गई थी, जहाँ गांव के ही निवासी मनोज व प्रमोद पुत्र राजू, व एक व्यक्ति जिसका नाम प्राप्त नहीं होपाया है पर वह निवासी मुल्लाखेड़ा थाना कासिमपुर ने नाबालिग बेटी को अगवा कर के उसे ले जाकर रात भर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और जब बेटी घर नही लौटी तब परिवार के लोग बेटी को तलाशना शुरु किये रात्रि भर पर बेटी नही मिली जब दूसरे दिन 15 जुलाई को गौसगंज रोड पर बेटी पड़ी मिली बदहवास अवस्था में बेहोश पड़ी मिली। होश आने पर उसने अपने साथ हुई घटना की सारी आपबीती अपने पिता को बताई।तभी से लेकर पुलिस के चक्कर लगाता रहा नाबालिग गैंगरेप लड़की का पिता पर न्याय नहीं मिला । जबकि उसी दिन पीड़िता के पिता ने थाने पहुंचकर अपनी नाबालिग लड़की के साथ हुये गैंगरेप के लोगो के बारे मैं सभी जानकारी दी सभी दुखड़ा सुनाया पर थानेदार ने इस घटना में कोई दिलचस्पी नही ली। और 16 जुलाई को जिलाधिकारी से भी गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नही हुई। 23 जुलाई को पीड़िता के पिता ने 1098 चाईल्ड लाइन पर पूरा प्रकरण बताते हुए न्याय की गुहार लगाई। जिसको संज्ञान में लेते हुए केंद्र समन्यवक चाइल्ड लाइन हरदोई के अनूप तिवारी ने अपने पत्रांक संख्या 308 केस नम्बर 17/1179 के माध्यम से कार्यवाही करने हेतु लिखा लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।
उधर मामले को आगे बढ़ता देख कासिमपुर पुलिस ने पीड़िता के परिवार वालो पर सुलह समझौते का दबाव बनाना शुरू कर दिया था पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि सुलह न करने पर उसकी बेटी अंजली को मारा पीटा गया चूंकि गैंग रेप हुआ था। इस कारण उसकी इलाज के दौरान लखनऊ होस्पिटल में 05 अगस्त को मृत्यु हो गई। लेकिन इस प्रकरण से यह भली भांति समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार का जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा है वह वे असर है मात्र हवा हवाई ही है। जमीनी हकीकत को अगर देखे तो बेटियों का सबसे जादा उत्पीड़न हो रहा है और न्याय नहीं मिल रहा है भाजपा सरकार में और सुरक्षित नही है लड़कियाँ ।अगर समय रहते ही नाबालिग बेटी को इलाज और न्याय मिल गया होता तो शायद आज ये बेटी जिंदा होती।
सुयशदीक्षित
लखनऊ मंडल ब्यूरो प्रमुख ।