ऊंचाहार, रायबरेली। भाजपा सरकार में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार पुलिस की लचर कार्यशैली को दुरुस्त करने के कड़े निर्देश दिए जाने के बावजूद भी ऊंचाहार पुलिस की लचर कार्यशैली व रिश्वत खोरी में कोई सुधार नहीं दिखा जिसके खिलाफ रविवार को भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष ने पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गई जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया मौके पर पहुंचे कोतवाल ने उनसे माफी मांगी और भविष्य में सुधार लाने का आश्वासन दिया उसके बाद उन्होंने धरना समाप्त किया
रविवार की सुबह ऊंचाहार कोतवाली पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष ने पुलिस के विरुद्ध नाराजगी जताते हुए कोतवाली परिसर में ही धरने पर बैठ गई उनका कहना है कि पुलिस हर मामले में रिश्वत ढूंढती है, कोतवाली में न्याय के लिए आई महिलाओं को अपमान करके भगा दिया जाता है, जबकि एनटीपीसी में काम करने वाले गरीब मजदूरों के गेट पास नवीनीकरण के लिए पुलिस पांच सौ रुपए लेती है, उनका कहना है कि हाल ही में कंदरावा गांव में स्थित अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ा गया जिसमे पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की उनका आरोप है कि पूरे क्षेत्र में नशे का कारोबार पुलिस के संरक्षण में फल फूल रहा है, यहां कि युवा पीढ़ी को बर्बाद किया जा रहा है, यहां तक कि जिले की प्रथम नागरिक होने पर मेरे द्वारा किसी कार्य को लेकर फोन किया जाता है तो कहा जाता है कि मैं जिला पंचायत अध्यक्ष का गुलाम नही हू जो उनके कहने पर कोई काम करे । धरने के बाद कोतवाल ने जिला पंचायत अध्यक्ष से माफी मांगते हुए आश्वासन दिया कि भविष्य में कार्यशैली के सुधार लाएंगे और अंबेडकर प्रतिमा तोड़ने वालो के विरुद्ध जल्द से जल्द कार्यवाही की जाएगी ।