ममला विद्युत उपखंड ऊंचाहार का है जहां पर विद्युत विभाग की टीम राजस्व को चुना लगाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है। विद्युत उपभोक्ताओं से पैसे ऐंठना विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को सीधी उंगली से घी निकालने की तरह आसान हो गया ।
दरअसल बीते दिनों विद्युत विभाग के उच्च अधिकारी व कर्मचारी ने क्षेत्र के माधोपुर सुलतान मजरे शुक्रुल्लापुर समेत अलग अलग गांव में विभाग की टीम ने चेकिंग अभियान चलाया जिसमे बिजली बकाएदारो के कनेक्सन काट दिया और जल्द ही बिजली की बकाया राशि का भुगतान कर बिजली को उपयोग करने की बात कही । जिसके बाद अधिकारियों के औने पौने नजरे उपभोक्ताओं के बकाया राशि पर पड़ी जो कि भ्रष्टाचार कर विभाग के राजस्व को चूना लगाने लगे ।
ग्रामीणों ने जेई व लाइनमैन पर आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ दिन पहले जेई साहब आए थे और हमारी लाइन कटवा दिया था । बिल की राशि 40 से 50 हजार रु बताने लगे इसके बाद वही लाइन मैन अगले दिन आए और बकायेदार उपभोक्ताओं से 10000 रू की राशि लेकर बीपीएल कनेक्शन से हटाकर नया कनेक्शन कर दिया गया ।
वही ग्रामीणों ने बताया कि एसडीओ ने संविदा कर्मी लाइनमैन का ट्रांसफर बगल के अरखा फीडर पर कर दिया गया था लेकिन अवैध धन की उगाही करके अधिकारियों के पेट भरने वाला यह लाइनमैन अधिकारियों की सहपर लक्ष्मीगंज फीडर पर ही काम करता है , और गांव की भोली भाली जनता से अवैध वसूली कर के अधिकारियों से बंदर बांट कर लेता है जिस कारण अधिकारी इसको एक ही फीडर पर तैनात किए है, यह जेई भी लगभग 15 सालो से ऊंचाहार में भ्रष्टाचार में संलिप्त है । जो की राजस्व विभाग को चुना लगा रहा है ।
वही इस संबंध में अवर अभियंता अधिशासी अधिकारी धीरेंद्र सिंह से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिनको समस्या है वो हमे लिखित शिकायत देंगे तभी हम कुछ कर सकते है ।
अब देखना ये है कि आखिर ग्रामीणों किन इन आरोपों से अधिकारी कितना संजीदा होते है या फिर भ्रष्टाचार का यह रवैया बरकरार रहेगा ।