नई दिल्ली हिंदुस्तान का चौकीदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न खाता है न खाने देता है
पूरे हिंदुस्तान में प्रतिदिन फास्ट्रेक कलेक्शन 100 करोड़ पहुंच गया है यानी वर्ष के 365 दिन का कुल योग 36500 करोड रुपए अब तुलना करके देखिए कि सड़क परिवहन मंत्रालय का कुल वार्षिक बजट भी लगभग एक लाख करोड़ रुपए है इस हिसाब से एक तिहाई राजस्व के लिए टोल से ही आ जाएगा तो यह है नरेंद्र मोदी चौकीदार जो न खाता न खाने देता है इस आंकड़े से यह भी स्पष्ट होता है कि टोल कलेक्शन में जबरदस्त कमाई थी और एन एच ए आई के अधिकारी गण टोल ठेकेदारों और कंपनियों से मिलकर मोटा गुल्ला मार रहे थे अब नए नियम के अनुसार फास्ट्रेक से ऑनलाइन वसूली के कारण हर एक टोल प्लाजा के कलेक्शन का पूरा डाटा सरकार के पास उपलब्ध होगा जैसे ही किसी टोल रोड की लागत पूरी होगी उस रोड का टोल टैक्स समाप्त हो जाएगा जिसकी घोषणा माननीय गडकरी जी कुछ दिन पहले ही कर चुके हैं पहले तो यह हालत थे कि रोड बनाने वाली कंपनी या टोल टैक्स संग्रह करने वाले ठेकेदार कंपनी टोल टैक्स वसूलने की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी अधिकारियों की मिलीभगत से वसूली करते रहते थे
लेकिन हिंदुस्तान की मोदी सरकार की पारदर्शिता की नीति के कारण अब हरदोल का डाटा सरकार के पास उपलब्ध रहेगा लागत के हिसाब से जैसे ही वसूली पूरी हुई उसके बाद टोल टैक्स वसूली बंद हो जाएगी
यह है मोदी ना खाता है गाना खाने देता है
अगर ऐसे ही दिल्ली पुलिस में नौकरी करने वाला राकेश टिकैत 427 करोड़ की संपत्ति का मालिक कैसे बन गया अगर जो इसकी जांच कराई जाए तो राजस्व वसूली तो हिंदुस्तान की ही होगी और इसकी भी जांच ईडी से करा दी जाए तो राजस्व वसूली सरकार को मिलेगी क्योंकि ऐसे यह वह नेता हैं जिन्होंने ठेकेदारी में भी अपनी पत्तियां डाल रखी है और किसान के नाम पर देते हैं सरकारों को धमकी
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल स ह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट