रायबरेली, ऊँचाहार। सरकार के लाख कवायद और सुप्रिम कोर्ट के आदर्शों के बाद भी नगर क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध कब्जाधारी का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर पंचायत की के नाम दर्ज़ गाटा संख्या 2319 ख रकबा 0.2620 तालाब पर अधिकारियों की अनदेखी के चलते बेशकीमती सुरक्षित भूमि तालाब को पाटकर आधा दर्जन से अधिक घरों का नवनिर्माण करा दिया गया। नगर पंचायत के अधिकारियों व जिम्मेदारों व हल्का लेखपाल पर रकम लेकर कब्जा करवाने की बात भी सामने आ रही है।
नगर के वार्ड नम्बर 8 स्थित अभिलेखों में तालाब है। तालाब के नूरान मोहल्ला का आंशिक भाग व कलवारन टोला निवासी कुछ लोगों द्वारा नगर पंचायत के नाम दर्ज़ सुरक्षित भूमि गाटा संख्या 2319 ख रकबा 0.2620 तालाब को पाटकर उसकी बेशकीमती भूमि पर नवनिर्माण कराए जा रहे हैं। जबकि वर्ष 2011 में इसी तालाब का एनटीपीसी द्वारा सौंदर्यीकरण कराया गया था। आज वही तालाब अपना अस्तित्व खोने की राह पर चल पड़ा है। वहीं नगर पंचायत के ज़िम्मेदार और हल्का लेखपाल मामले की जानकारी न होने की दुहाई दे रहे हैं। इसी अनदेखी के चलते सुरक्षित भूमि पर कब्जेदारी का खेल करके सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना भी की जा रही है। सूत्रों की माने तो जब भी तालाब के किनारे किसी बाशिंदे द्वारा तालाब का निर्माण कराया जाता है तो उसके एवज में नगर पंचायत के अधिकारी वा ज़िम्मेदार जन प्रतिनिधि सहित हल्का लेखपाल को लाखों रुपये की मोटी रकम देकर बेशकीमती क़ीमती सुरक्षित भूमि तालाब की ज़मीन पर कब्जा कराकर नवनिर्माण करवा दिया जाता है। यह कब्जे का खेल कई सालों बदस्तूर खेला जा रहा है।
इस बावत नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। यदि तालाब की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है तो पुर्णतः गलत है। मामले में कर्मचारियों को भेजकर तत्काल जाँच करायी जायेगी कब्जा करते मिलने पर रोक लगाई जायेगी।