उत्तर प्रदेश जनपद वाराणसी फर्जी पत्रकार गिरोह का भंडाफोड़ 09 नफर फर्जी पत्रकार थाना लंका टीम द्वारा गिरफ्तार हाईवे पर स्टिंग आपरेशन का भय दिखाकर आने-जाने वाले वाहनों एवं पुलिस कर्मियों से करते थे वसूली कब्जे से माइक स्टैण्ड, 03 अदद हैण्डहेल्ड सेट (वाकी-टाकी) कैमरा भारी मात्रा में सिम कार्ड तथा नकली पहचान पत्र आगाज इण्डिया एवं मानवाधिकार आयोग व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण के साथ साथ घटना में प्रयुक्त वाहन इनोवा नं0 UP65EM5804 बरामद की गयी पुलिस के द्वारा जोकि यह व इस तरह के लोगो के द्वारा रेगूलर पत्रकारिता को कर रहे है बदनाम पर सरकार को एवं जिला प्रशासन के द्वारा एसे फर्जी पत्रकार एवं जिन लोगो के द्वारा यह लोगो को जो फर्जी आईसीयां व नियुक्ति पत्र देकर के जो लोग पैतीस सौ और चार हजार पच्चीस सौ दौ हजार से लेकर के हजार पंद्रह सौ रुपया की बसूली कर रहे है और भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाकर के रुपया एठने में लगे है और भोले भाले लोगो को फर्जी तरिको से यूट्यूब के स्थानीय सम्पादक, प्रधान सम्पादक, सह सम्पादक ,स्टेट ब्यूरो चीफ ,मण्डल ब्यूरो चीफ ,जिला ब्यूरो चीफ बनाने में लगे व लगी हुई है जबकि यह फर्जी सम्पादक और सम्पादिका बने घूमते फिरते है और सभी आमतौर से जनता को बेवकूफ बनाते चले आ रहे है जबकि इन लोगो के पास कोईभी सरकार के द्वारा रजिस्ट्रेशन भी नहीं दिये गये है और फिर भी अपने आप को सम्पादक व सम्पादिका बताते है सावधान होजाए और सबसे पहले अपने दस्तावेजों को देने से पहले सम्पादक और सम्पादिका ओ से रजिस्ट्रेशन की कोपी देखे और फिर जॉइनिंग करे यह सबसे अधिक मिर्जापुर जिले में चल रहा है जिको पत्रकारिता के बारे में कोईभी जर्नल नॉलेज नही है और नहीं पत्रकारिता के बिषय में पता नहीं है अगर जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा अपने सामने बैठार कर के घटनाओ के बारे में एक पेन देकर व कागजो पर इमला की तरह बोल कर खबरो को लिखाएंगे तो लिखभी नहीं पाएंगे और तो ओर सुद्ध हिन्दी तक तो बोल भी नहीं पाते है लोग और आपको आपको बहुत बड़े बाले सम्पादक व सम्पादिका बनते है और बहुत भूकाल व डीगे मारते है और लोगो के दिलो में डर पैदा करने में लगे रहते है और लोगो को के साथ ठगी व लूट करते रहते है यह डीगे मारने बाले व डीगे मारने बाली फर्जी सम्पादक व सम्पादिका बताती है जो फर्जी है स्वयं और दूसरो को गलत बताते है यह लोग जबकि जिनके बारे में पुलिस एवं जिला प्रसाशन और जानता के कुछ ही लोग होगे जो नहीं जानते होगे वह लोगो के कारनामो को और उनकी करनी कथनी के बारे में और कुछ ही पुलिस के लोग जो उन सभी फर्जी सम्पादक व सम्पादिका और पत्रकारों के बारे मैं पर कुछ कथाकथित लोग बहुत ही घनिष्ठ संबंध स्थापित किये हुए है जबकि वह लोग अपने अपने कार्य क्षेत्रों थानो व पुलिस चौकियों व क्षेत्राधिकारी कार्यक्षेत्र से स्थानांतरित होने के बावजूद भी मधुर संबंध बनाऐ हुए है और एक दूसरे से फोन के द्वारा बाते करके सुनिश्चित जगहो पर मुलाकाते भी होती है और कुछ एडवोकेट है जो एसे अपराधियों को चौरी छुपे सहयोग करते है जिसके चलते इसे फर्जी पत्रकारो सम्पादक व सम्पादिका ओ को बड़ावा देते है और यह सभी मिलकर के समाज को दूसित करने एवं कराने में लगे हुए है अगर यह खबर को जो लोग गलत समझते हो तो जिला प्रशासन के द्वारा सभी पत्रकारों एवं सम्पादक व सम्पादिका व कुछ नेता बताते हैअपने आपको बहुत बड़े पर वह है नहीं वह सिर्फ दलाली करते है जबकि इन सभी के नंबरो को सर्व लाइंस पर लगाए जाएगे तो दूधका दूध और पानी का पानी अलग होजाएगा और जो लोग सही है अपनी जगहो पर वह सही हि है और सही हि रहेगे और जो लोग गलत है वह हमेशा गलत ही थे और है और आगे भी गलत रहेगे पर सही लोगोकि छबियो को खराब करने में लगे हुए है कुछ कथाकथित सम्पादक व सम्पादिका व पुलिस कर्मी,पत्रकार ,एडवोकेट नेता लोग है जो यह सही नहीं है जो अपराध को बड़ाने में लगे हुए है जिनके फोन सारी सारी रात और दिन चलते है तीन चार नंबरो से रेगुलर बाते होती है बीडिओ कोलिग व वाईस कोलिग होती है और अधिकांश अपराधियों से ही बाते होती है और कानून का उलंघन करने में लगे हुए रहते है जो ये कानूनन अपराध है जो कि अपराध कि श्रेणी में आता है और एसे लोगो कि जगह जेल है चाहे जो भि हो अगर समय से पहले इस खबर पर जिला प्रसाशन गोर करके ठोस कानूनी कार्यवाही करती है तो बहुत बड़े कांडो के खुलासा से लेकर छोटी मोटी अपराधिक घटनाओ से पर्दा हट जाएगे जो कई केस एसे है के उनका खुलासा आज तक नहीं कर पाई है पुलिस जिनकी फायले बंद हो गयी है जो कल के भिखारी थे जो आजके करोड़पति व लखपति है पर यह कैसे बन गये रातो रात करोड़ पति और लख पति यह एक चिंतनीय बिषय है रिपोर्टिंग कृष्ण मुरारी मण्डल ब्यूरो चीफ एवं आर सी साहू सम्पादक राधा देवी प्रधान सम्पादिका की