उत्तर प्रदेश मेरठ बनिया वैश्य समाज ने मांग की प्रशासन से कि हम को सुरक्षा दें वैश्य( बनिया) बनना क्या अपराध है हर कोई बनिया को गलत निगाह से देखता है इसी वजह से शहरों के बाजारों में पुलिस उत्पीड़न वैश्य समाज के दुकानदारों का व्यापारियों का कर रही है पुलिस के उत्पीड़न के कारण कानपुर में वैश्य व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत के बाद शहर के व्यापारियों में भी आक्रोश है वैश्य समाज और व्यापारियों के संगठनों ने योगी सरकार से सुरक्षा दिलाने की मांग की है व्यापारियों का कहना है कि शहर के बाजारों में पुलिस टीमें उत्पीड़न करती हैं लॉकडाउन में भी उल्लंघन के नाम पर कई मामले केस कर दिए गए जो अभी तक वापस नहीं लिए गए हैं क्या गलती है वैश्य व्यापारि की नाम सुनते ही पुलिस या कोई भी बिरादरी गाली बकने लगती है कभी वैश्य और बनिए ने आज तक कोई आरक्षण के रूप में कोई चीज नहीं मांगी सरकार से चुपचाप अपना टैक्स देती आ रही है बड़े प्यार से चुनाव के समय भी वोट देती आई है सरकारों को लेकिन एक सवाल यह उठता है कि जितनी भी पुलिस फोर्स यूपी की बनिए और वैश्य व्यापारियों के पीछे लगी हुई किसी ना किसी झूठे मामले में फंसाने के लिए तैयार रहती है क्योंकि बनिए से ही मोटा पैसा मिल सकता है कुछ समिति के अध्यक्ष देवेंद्र गोयल उन्होंने भी कहा बाजारों में कभी दुकान बंद करने को लेकर व्यापारी परेशान किया जाता है दुकान में अगर समान उतर रहा हो तब पुलिस की चेकिंग के लिए पहुंच जाती है वेश्य संगठन के कोषाध्यक्ष मुकेश बंसल का कहना है पुलिस अब व्यापारियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही हाल के वर्षों में सर्व समाज में पुलिस के प्रति विश्वास की कमी आई है जेपी गुप्ता अध्यक्ष वैश्य मंच जनपद मेरठ का कहना है समाज की सुरक्षा करने वाले ही मनमानी कर रहे हैं वैश्य समाज और व्यापारियों की हत्या की जा रही है अपराधियों से ज्यादा आज व्यापारी पुलिस उत्पीड़न से भयभीत है इस पर सकारात्मक कदम उठाने होंगे
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल सह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट