उत्तर प्रदेश मेरठ दौराला रेल रोको एंबुलेंस रोको रिक्शा रोको ई-रिक्शा रोको ऑटो रोको सभी को रोक दो हिंदुस्तान को बिल्कुल बंद कर दो जनता के मुताबिक ग्रह युद्ध शुरू कर दो यह राकेश टिकैत किसान का फार्मूला लगभग 500 करोड़ की संपत्ति का मालिक बना राकेश टिकैत कहां से आया इतना रुपया एक पुलिस में नौकरी करने वाला राकेश टिकट इतनी नोटों का और इतने फार्म हाउस पेट्रोल पंप कहां से आए लेकिन जनता को आए दिन परेशान करना और किसानों को बहला-फुसलाकर जाम लगवाना इन की प्राथमिकता हो गई है पूरी दुनिया कोरोना का हाल में ईश्वर के प्रकोप से पहले ही त्रस्त है उसके बाद यह अपने आप को नेता कहने वाले क्या दिखाना चाहते हैं हिंदुस्तान को जबकि उत्तर प्रदेश में और प्रदेशों के मुकाबले गन्ने की कीमत ₹325 के लगभग प्रति कुंटल मिल रही है किसान अन्नदाता है या जाम का दाता है यह जनता का मेरठ की कहना है रोजाना जाम लगाना जनता को परेशान करना एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंचना लगभग पूरे प्रदेश में जाम के कारण जो किसान लगा रहे हैं राकेश टिकैत के कहने पर उनसे कई मौतें हो जाती हैं मगर इस पर कोई ध्यान नहीं देता दीपक पूरे यूपी में ही अपनी विपक्षी दिखा रहा है राजस्थान और भी कई प्रदेश ऐसे हैं जहां पर वारदात हुई हैं लेकिन राजनीति तो केवल उत्तर प्रदेश में ही करनी है क्योंकि विधानसभा 2022 आ रहा है राकेश टिकैत अपने ही घर शामली में ट्रेन रोकने में टिकैत बंधु फेल हो गए विफल हो गए जबकि शामली भारतीय किसान यूनियन का गढ़ है वहां से भारतीय किसान यूनियन के नेता ट्रेन नहीं रोक पाए राकेश टिकैत का गढ़ कहा जाता है लेकिन टिकट अपने ही घर में ट्रेन को रुकवाने में विफल रहे आपको बता दें पंजाब तक के जो किसान हैं वह भी यूपी में घुसकर जाम लगा रहे हैं मेरठ की जनता का कहना है की इन पर कानूनी कार्रवाई की जाए और इनकी चल अचल संपत्ति की जांच कराई जाए कि यह इतना रुपया कहां से आया ।
ललित अपराध लाइव न्यूज़ चैनल शह संपादक सुशील रस्तोगी की खास रिपोर्ट