उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ से एक और पहल की गयी थी जिसमें बहुत बड़ा फर्क आया है यातायात दुर्घटनाओं में जिससे आम जनता को हुआ फायदा और कई जाने बचाइ गयी और ।

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उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ से एक और पहल की गयी थी जिसमें बहुत बड़ा फर्क आया है यातायात दुर्घटनाओं में जिससे आम जनता को हुआ फायदा और कई जाने बचाइ गयी और ।

यातायात निदेशालय के प्रयासों से सड़क दुर्घटनाओं में आयी कमी

वर्ष 2019 के सापेक्ष वर्ष 2020 में
सड़क दुघर्टनाओं में आयी 19.56 प्रतिशत की कमी

घायलों की संख्या में 22.54 प्रतिशत कमी
एवं मृतकों की संख्या में 15.48 प्रतिशत कमी

पुलिस की यातायात इकाई को चुस्त दुरूस्त बनाने के लिए यातायात कर्मियो की संख्या दोगुनी की गई

इन्टीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटा बेस प्रबन्धन प्रणाली प्रदेश भर में हुई लागू

इन्टेलीजेंट टैªफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम का विस्तार 6 जनपदों
गोरखपुर, फिरोजाबाद, मथुरा, शाहजहॉपुर, अयोध्या व मेरठ में भी प्रक्रियाधीन

लखनऊ: 22 नवम्बर, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर प्रदेश पुलिस की यातायात इकाई के प्रयासो से सड़क दुर्घटनाओ मे कमी लाने के सार्थक प्रयास किये गये है जिसके फलस्वरूप सड़क दुर्घटनाओ मे मरने वालो की संख्या में कमी आयी है।
मुख्यमंत्रीजी के निर्देश पर प्रदेश में सुव्यवस्थित यातायात प्रबंधन के लिए विशेष प्रयास किये गये है। परिणामस्वरूप वर्ष 2019 के सापेक्ष वर्ष 2020 में सड़क दुघर्टनाओं में 19.56 प्रतिशत की कमी तथा सड़क दुर्घटनाओं में हुए घायलों की संख्या में 22.54 प्रतिशत की व मृतकों की संख्या में 15.48 प्रतिशत की कमी आयी है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्रीजी के निर्देशों के क्रम में शासन द्वारा प्रदेश पुलिस की यातायात इकाई को चुस्त दुरूस्त बनाने के प्रयास कर उसेे जरूरी संसाधन उपलब्ध कराते हुए जन शक्ति मे भी वृद्वि की गई है। यातायात कर्मियों की संख्या 5080 से बढ़ाकर 10080 (लगभग दोगुनी) की गई है। दुर्घटना बाहुल्य स्थलों की ब्लैक स्पॉट के रूप में पहचान की गई और तदनुसार उसे सुधार हेतु परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही की गई है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में यातायात पुलिस को अब तक बाडी वार्न कैमरा 1738, ब्रेथ एनालाइजर विद प्रिन्टर 1976, कार डैसबोर्ड कैमरा/टो व्हीकल कैमरा 186, स्मार्ट फोन/टैबलेट 4102, स्पीड राडार गन 171, थर्मल प्रिन्टर 3790, स्प्रिंग पोस्ट 10346, लाउड हेलर 287, बोलार्ड कोन 5907, आयरन बैरियर 6511, डिजिटल वीडियों कैमरा 91, फोल्डिंग बैरियर 5932, व्हील क्लैम्प 921, डीलीनीएटर 8023, रेफलेक्टिव रेन कोट 3497, सेफ्टी ग्लब्स 3307, सेफ्टी हेलमेट 3371 आदि उपयोगी सामग्री उपलब्ध करायी गयी है। इसके अलावा भारत सरकार की इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटा बेस प्रणाली को प्रदेश भर में लागू किया गया है।
अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात श्री ज्योति नारायण ने बताया कि इन्टेलीजेन्ट ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सिस्टम (आई0टी0एम0एस0) प्रदेश के दस जनपदों क्रमशः लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर व झॉसी में प्रचलित है। इसके अलावा 6 जनपदों गोरखपुर, फिरोजाबाद, मथुरा, शाहजहॉपुर, अयोध्या व मेरठ में यह प्रक्रियाधीन है।
अपर पुलिस महानिदेशक, यातायात ने यह जानकारी भी दी कि एकीकृत यातायात प्रबन्धन प्रणाली वाले जनपदों में एकीकृत नियंत्रण कमाण्ड केन्द्र की स्थापना की जा रही है। यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनों का सी0सी0टी0वी0 के माध्यम से चालान किया जा रहा है।
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सम्पर्क-सूचनाधिकारी, दिनेश कुमार सिंह

पत्र सूचना शाखा
(मीडिया सेल, गृह विभाग)
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0

शिवदेवी पाल प्रधान सम्पादिका

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